राजा व कनिमोड़ी के बाद मारन पर फंदा, तहलका की रिपोर्ट से तहलका

राजनीतिक हलकों में अपनी रिपोर्टों से तहलका मचानेवाली पत्रिका तहलका की ताजा रिपोर्ट 2 Gone, 1 to Go ने यूपीए सरकार के कपड़ा मंत्री दयानिधि मारऩ की हालत खराब कर दी है। पहले मुख्य विपक्षी दल बीजेपी ने उन पर निशाना साधा और अब तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जयललिला ने मारन से इस्तीफा देने को कहा है। जयललिता ने चेन्नई में मीडिया को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘मारन को इस्तीफा दे देना चाहिए और कानूनी कार्यवाही का सामना करना चाहिए।’’

जयललिता ने इस मुद्दे पर प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के हस्तक्षेप की भी मांग की। उन्होंने कहा, ‘‘मुझे पूरा भरोसा है कि प्रधानमंत्री जानते हैं कि क्या किया जाना चाहिए और मुझे भरोसा है कि वह ऐसा करेंगे। प्रधानमंत्री को कैबिनेट से मारन का इस्तीफा मांगना चाहिए। मुझे भरोसा है कि प्रधानमंत्री ऐसा करेंगे, यदि उन्होंने पहले ऐसा नहीं किया है।’’

यूपीए सरकार ने जहां इस मुद्दे पर मौन साध रखा है वहीं विपक्षी दल बीजेपी ने कल इन आरोपों पर स्पष्टीकरण की मांग की। बीजेपी के मुख्य प्रवक्ता रविशंकर प्रसाद ने तहलका की रिपोर्ट पर कहा, ‘‘यूपीए सरकार में हर रोज नए घोटाले सामने आ रहे हैं। एक नए घोटाले का खुलासा होने वाला है।’’ उन्होंने कहा कि यूपीए सरकार के भ्रष्टाचार का घड़ा भर गया है।

कांग्रेस ने इन आरोपों पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया है। उधर मारन ने राजनीतिक मामलों की कैबिनेट समिति की बैठक के बाद सोमवार रात प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से लंबी बातचीत की। मारन ने इस मुद्दे पर साप्ताहिक पत्रिका तहलका को एक कानूनी नोटिस भी जारी किया है। मारन ने खबर को पूरी तरह गलत, निराधार और अपमानजनक करार दिया है।

लेकिन तहलका पूरी तरफ अपनी रिपोर्ट पर कायम है। उसका कहना है कि केंद्रीय कपड़ा मंत्री दयानिधि मारन ने मुकदमा दायर करने की धमकी तो दी है। लेकिन अभी तक उसे कोई कानूनी नोटिस नहीं मिला है। तलहका की प्रबंध संपादक शोमा चौधरी के मुताबिक दयानिधि मारन ने टेलिकॉम मंत्री रहते वक्त एक खास बिजनेसमैन के प्रति खुल्लमखुल्ला पक्षपात दिखाया था जिसके एवज में उन्हें भारी रकम मिली है। उनका कहना है कि जिन आधारों पर ए राजा को गिरफ्तार किया गया है, मारन के खिलाफ उससे कहीं ज्यादा बड़े आधार हैं।

तहलका की रिपोर्ट में खुलासा किया गया है कि जब एयरसेल का मालिकाना सिवासंकरन के पास था तो दयानिधि मारन ने उसे टेलिकॉम लाइसेंस देने से इनकार कर दिया। लेकिन वही कंपनी जब सिवासंकरन ने मलयेशिया के मैक्सिस ग्रुप के अरबपति बिजनेसमैन आनंद कृष्णन को बेच दी, तो मारन ने उसे (एयरसेल को) अच्छे-अच्छे सर्किल के 14 लाइसेंस जारी कर दिए। इसके कुछ महीने बाद आनंद कृष्णन ने दयानिधि मारन के भाई कलानिधि मारन व उनकी पत्नी द्वारा संचालित सन टीवी और सन रेडियो में 700 करोड़ रुपए का निवेश कर दिया। इसका सीधा-सा अर्थ यही है कि मारन ने टेलिकॉम लाइसेंस देकर आनंद कृष्णन से माल काटा है। यह मामला ए राजा, कनिमोड़ी और उनके कलैगनर टीवी को डीबी रीयल्टी से मिले 200 करोड़ रुपए से कहीं ज्यादा बड़ा है।

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