ग्रहों का अध्ययन करने वाले वैज्ञानिकों ने ऐसे प्रमाण ढ़ूंढ़ने का दावा किया है जो यह साबित करते हैं कि सौरमंडल की शुरूआती चट्टानें भुरभुरी और मुलायम थीं।
कुर्टीन विश्वविद्यालय, लंदन के इम्पीरियल कॉलेज और लीवरपूल विश्वविद्यालय के इस अंतरराष्ट्रीय दल ने पहली बार ऐसे प्रमाण पेश किए हैं जिनसे सौरमंडल की शुरूआती चट्टानों के बनने के सिद्धांत को समर्थन मिलता है।
इस दल की अगुवाई कुर्टीन विश्वविद्यालय के प्रोफेसर फिल ब्लैंड ने की है। उन्होंने कहा, ‘‘इस शोध से इस बात को और पुष्टि मिलती है कि सौरमंडल के शुरूआती ठोस पदार्थ कठोर नहीं थे। यह पदार्थ भुरभुरे थे और बाद में यह कठोर बने जिनसे पृथ्वी जैसे ग्रहों का निर्माण हुआ।’’
नेचर जिओसाइंस नाम की पत्रिका में प्रकाशित किए गए इन परिणामों में यह कहा गया है कि सूक्ष्म कणों के आपस में मिलने से इस तरह की चट्टानों का निर्माण हुआ। प्रोफेसर ब्लैंड के अनुसार इस नए शोध से शोधार्थियों को सौरमंडल के शुरूआती पदार्थों और अन्य ग्रहों के बारे में जानकारी इकट्ठा करने में काफी मदद मिलेगी।