कपास उत्पादन में संकर प्रजाति के बीजों का इस्तेमाल बढ़ने और आने वाले समय में जैव प्रौद्योगिकी की विशेषताओं की वजह से भारत कपास उत्पादन में 2015 तक चीन को पछाड़ कर दुनिया का सबसे बड़ा कपास उत्पादक बन सकता है।
वर्ष 2010-11 में चीन का कपास उत्पादन कुल 4.5 करोड़ गांठ (प्रति गांठ 170 किलो) रहने का अनुमान है, जबकि भारत में इस दौरान कुल 3.39 करोड़ गांठ कपास उत्पादन होने की उम्मीद है।
वैश्विक स्तर के गैर-लाभकारी संघ आईएसएएए के राष्ट्रीय समन्वयक भागीरथ चौधरी ने समाचार एजेंसी प्रेस ट्रस्ट से कहा, ‘‘पिछले एक दशक की उत्पादन वृद्धि देखते हुए हमें लगता है कि 2015 तक हम कपास उत्पादन में चीन को पीछे छोड़ देंगे।’’ उन्होंने कहा कि कपास में नए संकर बीज के इस्तेमाल व नयी जैवतकनीक के प्रयोग से इसके उत्पादन में बढ़ोतरी हो रही है।
