शुक्रवार को पेश होनेवाले रेल बजट में आम यात्री किराए में किसी बढ़े बदलाव की उम्मीद नहीं है। लगातार पिछले सात सालों से ऐसा ही होता आ रहा है। लेकिन उच्च श्रेणी के किराए में मामूली वृद्धि हो सकती है, जबकि अनाज व पेट्रोलियम तेल को छोड़कर ज्यादातर जिसों के मालभाड़े में 8 फीसदी वृद्धि की जा सकती है। उम्मीद है कि 100 नई ट्रेनों की घोषणा रेल मंत्री ममता बनर्जी करेंगी। इसमें से करीब एक दर्जन गंतव्य स्थानों के बीच कहीं न रुकनेवाली दूरांतो एक्सप्रेस होंगी।
ममता बनर्जी कल लोकसभा में प्रश्नकाल की ठीक समाप्ति के बाद दोपहर करीब 12 बजे वित्त वर्ष 2011-12 का रेल बजट पेश करेंगी। दो महीने बाद पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव होने हैं। इसलिए तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख ममता बनर्जी शायद अपने राज्य के मतदाताओं को ही लुभाने की कोशिश करेंगी। कहा जा रहा है कि पश्चिम बंगाल में रेलवे की कई परियोजनाओं की घोषणा करेंगी। इसमें हावड़ा और सियालदह स्टेशनों को जोड़नेवाला रेल-लिंक शामिल है जो कोलकाता के सघन आबादी वाले इलाकों से गुजरेगा।
यह भी उम्मीद है कि वे महानगरों में रेल यात्रियों के लिए विशाल किचन बनाने की घोषणा करेंगी जिसमें प्रतिदिन 50,000 से एक लाख लोगों का खाना बनेगा। सूत्रों के मुताबिक नई कैटरिंग नीति के तहत रेलवे इसका प्रबंधन खुद करेगा।
वैसे, ममता बनर्जी के राज के में भारतीय रेल की हालत खराब हो चुकी है। अप्रैल-दिसंबर 2010 तक के आंकड़ों के अनुसार रेलवे के 16 में से 10 जोन घाटे में हैं। उन्होंने कमाई से ज्यादा खर्च किया है। औसत की बात करें तो उन्होंने 100 रुपए कमाने के लिए करीब 115 रुपए खर्च किए हैं।