देखती हैं आंखें, दिखाते हैं हम। माइक्रोस्कोप से देखा तो असंख्य बैक्टीरिया नजर आ जाते हैं। टेलिस्कोप से देखा तो दृष्टि से ओझल सितारा दिख जाता है। असली सच नंगी आंखों से देखे गए सच से बहुत बड़ा होता है।
2010-11-07
देखती हैं आंखें, दिखाते हैं हम। माइक्रोस्कोप से देखा तो असंख्य बैक्टीरिया नजर आ जाते हैं। टेलिस्कोप से देखा तो दृष्टि से ओझल सितारा दिख जाता है। असली सच नंगी आंखों से देखे गए सच से बहुत बड़ा होता है।
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एक सत्य के पीछे ढेरों सत्य छिपे होते हैं।