जापान के परमाणु बिजली संयंत्रों में हो रहे धमाकों का असर जर्मनी में दिख रहा है। जर्मनी ने मंगलवार को अपने सात सबसे पुराने परमाणु रिएक्टरों को अस्थायी तौर पर बंद करने का आदेश दे दिया। उसने जापान में परमाणु तबाही के बाद अपने सभी 17 परमाणु रिएक्टरों की सुरक्षा व्यवस्था की विस्तृत समीक्षा की घोषणा किए जाने के एक दिन बाद यह आदेश दिया।
जर्मनी की चांसलर एंजेला मर्केल ने पांच प्रांतों के मुखिया के साथ बैठक के बाद संवाददाताओं को बताया कि सात परमाणु रिएक्टर मध्य जुलाई तक बंद रहेंगे। मर्केल ने कहा कि इसके अतिरिक्त आठवां परमाणु रिएक्टर जिसे कई दुर्घटनाओं के बाद पावर ग्रिड से हटा लिया गया था, वह अनिश्चितकाल के लिए बंद रहेगा।
उधर टोक्यो से मिली खबरों के अनुसार, बुधवार को भूकंप प्रभावित फुकुशिमा के परमाणु संयंत्र में फिर से आग लग गई। यह जानकारी संयंत्र की संचालक कंपनी टोक्यो इलेक्ट्रिक पावर कंपनी (टेप्को) की तरफ से दी गई है। टेपको के प्रवक्ता ने संवाददाताओं को बताया कि कंपनी के एक कर्मचारी ने इस बात की पुष्टि की है कि संयंत्र की छत से धुआं उठता देखा गया है। इसी संयंत्र में मंगलवार को भी विस्फोट हुआ था और फिर आग लग गई थी।