उत्पादन बढ़ने और खरीफ फसल की आवक से सब्जियों, गेहूं व दालों के दाम में गिरावट से 20 नवंबर को समाप्त सप्ताह में खाद्य मुद्रास्फीति की दर घटकर चार माह के निचले स्तर 8.60 फीसदी पर आ गई है। इससे पिछले सप्ताह खाद्य मुद्रास्फीति 10.15 प्रतिशत पर थी।
मानसून का मौसम समाप्त होने के साथ ही बाजार में आवश्यक खाद्य वस्तुओं की आपूर्ति में सुधार हुआ है। यह लगातार सातवां सप्ताह है जब खाद्य मुद्रास्फीति की दर में कमी आई है। सरकार द्वारा आज जारी आंकड़ों के अनुसार दालों के दाम में 10 फीसदी की गिरावट आई है, जबकि सब्जियां तीन फीसदी सस्ती हुई हैं। सब्जियों की कीमतों में गिरावट में मुख्य योगदान आलू का है। सालाना आधार पर आलू 42.99 फीसदी सस्ता हुआ है।
हालांकि, अन्य खाद्य वस्तुओं मसलन अंडा, मीट और मछली के दाम 15.58 फीसदी चढ़े हैं। सालाना आधार पर प्याज के दाम 16.86 फीसदी बढ़े हैं। चावल 1.84 फीसदी महंगा हुआ है। सालाना आधार पर फलों की कीमतों में 19.27 फीसदी और दूध में 17. 76 फीसदी का इजाफा हुआ है।
वित्त मंत्रालय के मुख्य आर्थिक सलाहकार कौशिक बसु ने इसी हफ्ते अनुमान जताया था कि खाद्य मुद्रास्फीति की दर इकाई अंक में आ जाएगी। खाद्य मुद्रास्फीति में गिरावट के बाद अब यह उम्मीद भी बंधी है कि इस साल के अंत तक कुल मुद्रास्फीति 6 फीसदी के स्तर पर आ जाएगी।