केंद्रीय वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी का कहना है कि अगर जरूरत पड़ी तो वे सिर्फ प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से मुलाकात के बाद ही 2जी स्पेक्ट्रम आवंटन मुद्दे पर वित्त मंत्रालय के नोट पर कुछ बोलेंगे। वित्त मंत्री कल बुधवार को प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से मिलनेवाले हैं।
प्रणब ने मंगलवार को कोलकाता में अपने आवास पर संवाददाताओं से कहा, ‘‘मैं वही दोहरा रहा हूं जो मैंने न्यूयॉर्क और दिल्ली में कहा। यदि आरटीआई आवेदन के जरिए हासिल किए गए वित्त मंत्रालय के नोट पर बोलने की कोई जरूरत हुई तो मैं कल प्रधानमंत्री और अन्य वरिष्ठ सहकर्मियों से बात करने के बाद बोलूंगा।’’ वित्त मंत्री ने कहा, ‘‘कल मैंने उल्लेख किया था कि जब तक प्रधानमंत्री देश से बाहर हैं, तब तक मैं वित्त मंत्रालय के नोट पर कोई टिप्पणी करना पसंद नहीं करूंगा।’’
इससे पहले दिल्ली से कोलकाता हवाई अड्डे पर पहुंचने पर उन्होंने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री आज शाम वापस आ रहे हैं और मैं कल शाम तक दिल्ली वापस जा रहा हूं। यदि इस बारे में बोलने के लिए कुछ हुआ तो प्रधानमंत्री और अपने अन्य सहकर्मियों से बातचीत के बाद मैं अपनी टिप्पणी करूंगा।’’
वित्त मंत्रालय की तरफ से 25 मार्च 2011 को प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) को भेजे गए नोट को लेकर उठे विवाद के बीच प्रणब कल, सोमवार को अमेरिका की पांच दिवसीय यात्रा के बाद न्यूयॉर्क से दिल्ली लौटे थे। वित्त मंत्रालय के नोट में कहा गया था कि यदि तत्कालीन वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने इस बारे में जोर दिया होता तो 2जी आवंटन की बोली लगाई जा सकती थी।
प्रणब ने रविवार को प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से न्यूयॉर्क में मुलाकात की थी जिसके बाद उन्होंने कहा था कि नोट के मुद्दे पर वे ‘विशेषज्ञों की राय’’ मांगेंगे। वित्त मंत्री ने चिदंबरम को ‘अपना महत्वपूर्ण सहकर्मी’ करार दिया था। लेकिन यह स्पष्ट कर दिया था कि वे इस मुद्दे पर कोई भी टिप्पणी गृहमंत्री पी चिदंबरम, कानून मंत्री सलमान खुर्शीद और अन्य पार्टी नेताओं से बात करने के बाद ही करेंगे।