बाजार इस हफ्ते दायरे में बंधकर चलेगा। पहले निफ्टी 5230 से 5340 का दायरा तोड़े, तभी आगे की दिशा साफ हो सकती है। यह कहना है जानकारों का। लेकिन जीवन की तरह शेयर बाजार भी किसी फिल्म या सीरियल की स्क्रिप्ट नहीं है कि कम से कम लिखनेवाले को आगे का पता हो। यहां तो हर कोई, बड़े से बड़ा दिग्गज भी अंदाज ही लगाता है। नहीं लगा तो तीर, लग गया तो तुक्का। बाजार में हर कोई जानना चाहता है कि आगे क्या होगा। और, उनकी इस मांग को पूरा करने के लिए विद्वान व दिग्गज लोग अपनी राय फेंकते रहते हैं। लेकिन वे सही हों, ऐसा कतई जरूरी नहीं।
जैसे, एचडीएफसी सिक्यूरिटीज की बड़ी दिग्गज और पहुंची हुई हस्ती हैं वी के शर्मा। चैनलों पर आते रहते हैं। शर्माजी ने करीब दो साल पहले आइम्को इलेकॉन के बारे में निवेश की सलाह दी थी। तब यह दस रुपए अंकित मूल्य का शेयर 310 रुपए के ऊपर चल रहा था। क्रिसिल इक्विटी रिसर्च ने भी उस वक्त कहा था कि साल भर में इस शेयर का उचित मूल्य 314 रुपए होना चाहिए। हमने 27 अगस्त 2010 को इन दिग्गजों को उद्धृत करते हुए आइम्को इलेकॉन में लंबे निवेश की सलाह दी थी। तब तक कुछ ही दिनों में यह शेयर घटकर 295 रुपए पर आ चुका था।
यूं तो शेयर बाजार में लंबा समय कम से कम चार से पांच साल का माना जाता है। लेकिन दो साल में कम से कम लक्षण तो दिख ही जाने चाहिए। और, आइम्को इलेकॉन का लक्षण अभी तक यह दिखा है कि उसका शेयर घटकर लगभग आधा हो चुका है। शुक्रवार, 20 अप्रैल को यह बीएसई (कोड – 523708) में 170.75 रुपए और एनएसई (कोड – EIMCOELECO) में 175 रुपए पर बंद हुआ है। वैसे, एक ही दिन में एक ही शेयर के बाजार भाव में दो स्टॉक एक्सचेंजों के भाव में इतना अंतर क्यों होता है और लोग इसका फायदा कैसे उठाते होंगे, यह बात मेरी समझ में अभी तक नहीं आई है। आप में से जो भी लोग यह भेद जानते हों, बताएंगे तो मेरा ही नहीं, हम सब का फायदा होगा।
खैर, इस कंपनी में फिर निवेश की सलाह दी जा रही है। बता दूं कि मैं खुद शेयर बाजार का कोई पहुंचा हुआ ‘संत’ नहीं हूं कि किसी स्टॉक में निवेश के बारे में फर्राटे से सलाह दे दूं। मैं तो विद्वानों और जानकारों की राय को ही यहां किसी न किसी रूप में, जहां-तहां से जुटाकर (यहां तक कि कुछ पेड-सर्विसेज को सब्सक्राइब कर) आपको आपकी अपनी भाषा में सुलभ कराता हूं ताकि आपके पास कुछ ज्यादा व सटीक सूचनाएं हों और आप निवेश का सही फैसला ले सकें। मैं खुद निवेश नहीं करता ताकि बताए जा रहे स्टॉक के साथ मेरा कोई स्वार्थ न जुड़े। दूसरे, निवेश के लिए बचत भी तो होनी चाहिए!!!
आइम्को इलेकॉन के बारे में फिर वही बातें कही जा रही हैं कि यह दूरगामी रूप से बहुत अच्छा निवेश है। यह 1974 में बनी और ब्रिटेन के इलेकॉन समूह से जुड़ी कंपनी है। गुजरात से कामधाम चलाती है। भूमिगत खनन के उपकरण बनाती है और इस धंधे की सबसे बड़ी खिलाड़ी है। उसकी 88 फीसदी आय अकेले कोल इंडिया से आती है। किसी अकेले ग्राहक पर इतनी निर्भरता ठीक नहीं तो कंपनी ने कंस्ट्रक्शन से जुड़ी मशीनरी व उपकरण भी बनाने शुरू कर दिए हैं। कंपनी अपने धंधे को निखारने के लिए रीस्ट्रक्चरिंग में जुटी है।
उसने पिछले साल 2010-11 में 184.44 करोड़ रुपए की परिचालन आय पर 13.39 करोड़ रुपए का शुद्ध लाभ कमाया था और मात्र 5.77 करोड़ रुपए की छोटी इक्विटी के कारण उसका ईपीएस (प्रति शेयर लाभ) 23.22 रुपए था। बीते वित्त वर्ष 2011-12 के उसके पूरे नतीजे आने में अभी वक्त है। लेकिन दिसंबर तिमाही में उसका शुद्ध लाभ 7.43 फीसदी और सितंबर तिमाही में 131.19 फीसदी बढ़ा था। दिसंबर 2011 तक के नौ महीनों में उसने अपेक्षाकृत कम आय के बावजूद 14.54 करोड़ रुपए का शुद्ध लाभ कमा चुकी है जो पिछले पूरे साल से ज्यादा तो है ही, साल भर पहले की समान अवधि के शुद्ध लाभ 9.85 करोड़ रुपए से 47.61 फीसदी अधिक है।
अच्छे लाभार्जन के बावजूद यह शेयर घटकर आधा क्यों हुआ? निवेश से पहले इसका पता लगाने की कोशिश जरूर कीजिएगा। विद्वानों का सूत्र यह है कि चूंकि इस शेयर की बुक वैल्यू 242.48 रुपए है जो उसके बाजार भाव 175 रुपए की लगभग 1.4 गुनी है, इसलिए इसमें निवेश एकदम सुरक्षित है। दूसरे, दिसंबर 2011 तक के नतीजों के आधार पर कंपनी का पिछले बारह महीनों का ईपीएस 18.89 रुपए है। इस तरह उसका शेयर फिलहाल 9.04 के मामूली पी/ई अनुपात पर ट्रेड हो रहा है। यह साल भर पहले 12.48 के पी/ई अनुपात पर ट्रेड हुआ था, जब इसका शेयर 25 अप्रैल 2011 को 262 रुपए पर चला गया है। वो इसके 52 हफ्ते का उच्चतम स्तर है। वैसे पिछले तीन साल का इसका उच्चतम स्तर 399 रुपए (नवंबर 2010) और पिछले पांच साल का उच्चतम स्तर 749 रुपए (जनवरी 2008) है। कमाल है! पांच साल के दीर्घकाल में निवेश को 1/5 कर डाला। क्या कंपनी है!!
कंपनी की 5.77 करोड़ रुपए की इक्विटी में प्रवर्तकों की हिस्सेदारी 74.05 फीसदी है। स्मॉल कैप कंपनी है तो इसमें एफआईआई का कोई निवेश नहीं है। डीआईआई ने इसके 4.79 फीसदी शेयर ले रखे हैं। कंपनी के कुल शेयरधारकों की संख्या 5903 है। इसमें से 5630 (95.4 फीसदी) एक लाख रुपए से कम लगानेवाले छोटे निवेशक हैं जिनके पास कंपनी के कुल 15.61 फीसदी शेयर हैं। एचडीएफसी ट्रस्टी कंपनी के पास उसके 4.79 फीसदी शेयर हैं। एडेलवाइस के डाटाबैंक के मुताबिक कंपनी का ऋण-इक्विटी अनुपात 0.04 है। अच्छा है। उनका नियोजित पूंजी पर रिटर्न 14.54 फीसदी और इक्विटी पर रिटर्न 9.96 फीसदी है। यह अच्छा नहीं है। क्या करना है? यह तो आपको ही तय करना है जनाब!