चार्ट साफ, मगर तस्वीर क्यों धुंधली!
वही बाज़ार, वही कंपनी, वही शेयर, वही चार्ट। फिर अलग-अलग व्याख्या और राय क्यों? टेक्निकल एनालिसिस की दुरूह किताबें और सैकड़ों इंडीकेटर इतना भ्रम फैला देते हैं कि चार्ट साफ दिखने के बावजूद तस्वीर एकदम धुंधली हो जाती है। कभी कोई इंडीकेटर काम करता दिखता है तो अगले ही सौदे में वह फेल हो जाता है। फिर हम किसी चमत्कारी मंत्र की तलाश में भागते-भागते मृग मरीचिका में फंस जाते हैं। अब करते हैं शुक्र का अभ्यास…औरऔर भी