हमारा बाज़ार बराबर उस कगार तक खिसकता जा रहा है, जहां पर कोई नकारात्मक खबर आते ही निफ्टी व सेंसेक्स 10% से ज्यादा टूट सकते हैं। ऐसा होना लंबे समय के निवेशकों के लिए बड़ा सुखद होगा। लेकिन ट्रेडरों का क्या होगा? तब तो सारे स्टॉप-लॉस टूट जाते हैं। बाज़ार निकलने का मौका नहीं देता। इसीलिए नियम है कि शेयर बाजार में लगाने के लिए रखे धन का 5% ही ट्रेडिंग में लगाएं। अब बुधवार की बुद्धि…औरऔर भी

अर्थव्यवस्था जब जमकर बढ़ रही हो, तब शेयर बाज़ार चढ़ता जाए तो उसके टिके रहने पर काफी हद तक भरोसा किया जा सकता है। लेकिन अंतरराष्ट्रीय रेटिंग एजेंसियां जब देश की रेटिंग को निवेश के सबसे निचले पायदान से उठाने को तैयार न हों, तब बाज़ार की दशा-दिशा को लेकर हमेशा चौकन्ना रहना चाहिए। बता दें कि पिछले दस सालों में निफ्टी छह बार एक दिन में 10% से ज्यादा गिर चुका है। अब मंगलवार की दृष्टि…औरऔर भी

भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने केंद्र में अपनी सरकार के तीन साल पूरे होने पर इसे बड़ी उपलब्धि बताया कि शेयर बाज़ार ने ऐतिहासिक ऊंचाई छू ली है। सेंसेक्स 31,000 और निफ्टी 9600 के पार जा चुका है। लेकिन पिछले के पिछले गुरुवार को ब्राज़ील का शेयर बाज़ार जिस तरह अचानक 10% से ज्यादा गिर गया था, वैसा अपने यहां हो गया तो! सोचिए कि क्या तब इसे सरकार की नाकामी माना जाएगा? अब सोमवार का व्योम…औरऔर भी

हमारे हिंदी समाज के सामने बचाने या निवेश करने से कहीं ज्यादा बड़ी समस्या कमाने की है। एक तो ज्यादातर लोग नौकरीपेशा नहीं हैं तो अपनी व अपने परिवार की हारी-बीमारी का इंतज़ाम खुद करना पड़ता है। आकस्मिकता कभी भी चपत लगा सकती है। तब बड़ी बचत भी कम पड़ जाती है। दूसरे, ईमानदारी से कमाना इतना मुश्किल है कि निवेश को लेकर सोचने की फुरसत नहीं मिलती। ऐसे में तथास्तु लाया है एक और निवेशयोग्य मौका…औरऔर भी

शेयर बाज़ार में अगर आप यह सोचकर आते हैं कि मैं दस लाख रुपए लगा रहा हूं और मुझे साल के अंत 400% रिटर्न चाहिए तो पक्का समझें कि बाज़ार आपको निचोड़ डालेगा। दरअसल, उसमें लाखों लोग, हज़ारों शक्तियां सक्रिय हैं। बाज़ार को अपने तरीके से काम करने दें। आप अपनी योजना के हिसाब से चलें। अगले आधे समय भी आपकी योजना सही बैठ गई तो आप ट्रेडिंग से ठीकठाक मुनाफा कमा लेंगे। अब शुक्रवार का अभ्यास…औरऔर भी