ठीक एक हफ्ते बाद बुधवार, 1 फरवरी को नए वित्त वर्ष 2023-24 का बजट आना है। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण का कहना है कि इस बार का बजट अगले 25 सालों का टेम्प्लेट तय कर देगा। इसलिए सारा देश बड़ी बेसब्री से देख रहा है कि इस बार वे अर्थव्यवस्था के विकास का क्या खाका पेश करती हैं जिस पर अगले ढाई दशकों की भव्य इमारत खड़ी की जाएगी। यकीनन इस बार भी पूंजीगत व्यय को वरीयता दी जाएगी ताकि आर्थिक विकास दर को 5.2% के कमतर अनुमान से उठाकर कम से कम 6.5% तक लाया जा सके। यह भी ध्यान रहे कि यह एनडीए सरकार के दूसरे कार्यकाल का अंतिम पूर्ण बजट है क्योंकि मई 2024 में लोकसभा के चुनाव होने हैं और तब लेखानुदान या अंतरिम बजट ही पेश किया जा सकता है। अब बुधवार की बुद्धि…
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