पेट्रोल की कीमतें बढ़ने और कर्ज महंगा होने का असर कारों की बिक्री पर साफ दिखने लगा है। अक्टूबर में घरेलू बाजार में कारों की बिक्री 23.77 फीसदी घटकर 1,38,521 इकाइयों की रही, जो अक्टूबर 2010 में 1,81,704 कारों की थी। इसमें देश की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी मारुति सुजुकी की हड़ताल ने भी आग में घी डालने का काम किया। यह बीते दस सालों में कारों की बिक्री में आई सबसे तेज गिरावट है।
सोसाइटी आफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरर्स (सियाम) द्वारा बुधवार को जारी आकड़ों के मुताबिक, समीक्षाधीन माह में मोटरसाइकिलों की बिक्री मामूली रूप से बढ़कर 8,79,883 इकाइयों की रही, जो अक्टूबर, 2010 में 8,74,146 इकाइयों की थी।
आकड़ों के मुताबिक, अक्टूबर 2011 में कुल दोपहिया वाहनों की बिक्री 2.01 फीसदी बढ़कर 11,47,621 इकाइयों की रही, जो बीते साल की इसी अवधि में 11,25,052 इकाइयों की थी। सियाम ने कहा है कि समीक्षाधीन माह में वाणिज्यिक वाहनों की बिक्री 18.53 फीसदी बढ़कर 61,800 वाहनों पर पहुंच गई, जो बीते साल की इसी अवधि में 52,138 इकाइयों की थी।
अक्टूबर 2011 के दौरान, सभी वर्गो में वाहनों की कुल बिक्री 1.05 फीसदी घटकर 14,41,594 इकाइयों की रही, जो अक्टूबर 2010 में 14,56,901 इकाइयों की थी।