एक तरफ हम भारतीय सोने के लगातार बढ़ते दाम से लहूलोट हुए जा रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ पता चला है कि दुनिया में सोने के सबसे बड़े खिलाड़ी और हेज फंज मैनेजर जॉन पॉलसन ने जुलाई से सितंबर की तिमाही के दौरान सोने की होल्डिंग एक तिहाई खाली कर दी है। इस खबर ने मंगलवार को दुनिया में सोने के बाजार पर थोड़ा नकारात्मक असर डाला है।
सोमवार देर शाम अमेरिका की नियामक संस्था को दी गई जानकारी के अनुसार पॉलसन एंड कंपनी ने कैंलेंडर वर्ष 2011 की तीसरी तिमाही के दौरान एसपीडीआर गोल्ड ट्रस्ट में अपना निवेश 2.03 करोड़ शेयर कर दिया है, जबकि दूसरी तिमाही के अंत में यह 3.15 करोड़ शेयर था। यह बिक्री 11 लाख औंस (1 औंस = 31.1035 ग्राम) सोने के बराबर है जिसका मूल्य अभी के दाम के हिसाब से करीब 194 करोड़ डॉलर बैठता है।
नोट करने की बात यह है कि इस साल की पहली तिमाही में जब अरबपति फाइनेंसर व निवेशक जॉर्ज सोरोस ने सोने में अपना 80 करोड़ डॉलर का पूरा निवेश निकाल दिया था, तब भी पॉलसन ने अपना भारी-भरकम स्वर्ण निवेश बरकरार रखा था। तभी से उनकी होल्डिंग को करीब से देखा जा रहा था।
सोरोस ने अपना निवेश निकालते वक्त सोने की हालत को बुलबुला बताया था। उसके बाद सोना अंतरराष्ट्रीय बाजार में 6 सितंबर 2011 को 1920.30 डॉलर प्रति औंस तक चला गया। लेकिन 26 सितंबर तक गिरकर 1534.49 ड़ॉलर प्रति औंस पर आ गया। फिलहाल पॉलसन की बिक्री की खबर के बाद सोना एक फीसदी गिरकर 1762.98 डॉलर प्रति औंस पर आ गया। लेकिन यह अब भी इस साल के शुरू से करीब 25 फीसदी बढ़त लेकर चल रहा है।