भारत दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है। लेकिन हमारा शेयर बाज़ार महीना भर पहले हांगकांग को पीछे छोड़कर दुनिया का चौथा बड़ा शेयर बाजार बन गया। अब अमेरिका, चीन व जापान के शेयर बाज़ार ही हम से ऊपर हैं। तीन दिन पहले 7 मार्च को तो निफ्टी-50 और बीएसई सेंसेक्स नए ऐतिहासिक शिखर पर पहुंच गए। अब सभी को डर सताने लगा है कि यहां से बाज़ार कहीं खटाक से गिर गया तो? आखिर चीन का शेयर बाज़ार भी तो इस साल फरवरी तक गिरने के बाद अब कहीं जाकर उठा है। फिर भी साल भर पहले से 5.70% डाउन है। ऐसे में अपने शेयर बाज़ार के गिरने की पूरी तैयारी रखनी चाहिए। वैसे, निफ्टी-50 इस समय 23.22 के पी/ई अनुपात पर ट्रेड हो रहा है और जब तक यह 25 से ज्यादा के पी/ई पर नहीं ट्रेड होता, तब तक बाज़ार के गिरने की आशंका काफी कम है। मगर, शेयर बाज़ार का कोई भरोसा नहीं। अभी हमारी रणनीति यह होनी चाहिए कि जो हल्की कंपनियां हैं, उनके शेयर बेचकर मुनाफा निकाल लें और जिन मजबूत कंपनियों के शेयर अब भी दबे हुए हैं, उनके ज्यादा शेयर खरीद लें। फिर निश्चिंत होकर बाज़ार की चाल व धार देखते रहें। अब तथास्तु में आज एक कंपनी, अलग तरह की…
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