रिलायंस के औद्योगिक साम्राज्य के बंटवारे से मुकेश अंबानी और अनिल अंबानी के व्यावसायिक ही नहीं, पारिवारिक रिश्तों में आई दरार भी अब मिटने लगी है। दोनों भाई सायास इसकी कोशिश में लगे हैं। इस बात का अंदाजा दोनों परिवारों की हाल की दक्षिण अफ्रीका यात्रा के दौरान साथ-साथ बिताए लमहों से लगाया जा सकता है। समाचार एजेंसी ‘भाषा’ की एक रिपोर्ट के मुताबिक बीते हफ्ते मुकेश और अनिल अंबानी ने अपने.अपने परिवारों के साथ दक्षिण अफ्रीका में सैर-सपाटे का लुत्फ उठाया और सूत्रों की मानें तो उन्होंने अपने व्यवसायों के बीच तालमेल बिठाने पर भी चर्चा की।
जुलाई 2002 में अपने पिता धीरूभाई अंबानी के गुजरने के बाद से ही कानूनी लड़ाई में उलझे रहे अंबानी भाई क्रूगर नेशनल पार्क के उस लॉज में भी गए जहां वे अपने पिता के साथ आखिरी बार साल 2000 में गए थे। सूत्रों ने कहा कि अपनी तीन दिन की यात्रा के दौरान अनिल और मुकेश ने टेलिकॉम, फाइनेंस और मनोरंजन के क्षेत्र में एक-दूसरे के कारोबारी गतिविधियों का लाभ उठाने के उपायों पर भी चर्चा की। बता दें कि मुकेश अंबानी का समूह अब फाइनेंस से लेकर दवा के कारोबार में भी उतरने पर गंभीरतापूर्वक विचार कर रहा है।
रिलायंस के दो धड़ों में फासले मिटने का सिलसिला 23 मई को दोनों समूहों के बीच ‘नॉन-कम्पीट’ करार के खत्म होने की पहल के बाद शुरू हुआ है। सूत्रों के मुताबिक कि दक्षिण अफ्रीका यात्रा के दौरान दोनों भाइयों ने दूरसंचार क्षेत्र के लिए रणनीति पर चर्चा की जहां मुकेश ब्राडबैंड में आक्रामक ढंग से प्रवेश कर रहे हैं, जबकि अनिल की कंपनी आरकॉम पहले से ही दूरसंचार सेवाओं में देश में दूसरे नंबर पर काबिज है।