जैसी हमें उम्मीद थी, वैसा ही हुआ। निफ्टी 3.62 फीसदी बढ़कर 4919.60 और सेंसेक्स 3.58 फीसदी बढ़कर 16.416.33 पर पहुंच गया। बाजार के इस मुकाम पर हम निफ्टी में 5240 तक खरीद या लांग रहने का नजरिया रखते हैं। वहां पहुंचने के बाद हम चारों तरफ घट रही घटनाओं के आधार पर देखेंगे कि यह किसी मुर्दे में अचानक जान आ जाने का मामला है या रैली की शुरुआत हो चुकी है। 4100, 4200, 4300 व 4400 पर पुट ऑप्शन सौदों की स्थिति से दो चीजों का संकेत मिलता है। या तो हम यहां से गिरकर 4000 तक पहुंचने वाले हैं या हमेशा की तरह यह महज एक फांस है जिसे देखकर लोगबाग अपना दिमाग बनाते हैं और शॉर्ट सौदों के जाल में फंसते चले जाते हैं।
हमने शुक्रवार को दलाल पथ की 29वीं मंजिल से चिल्ला-चिल्लाकर कहा था कि कृपया शॉर्ट मत रहिए क्योंकि अमेरिका में फिलहाल कोई क्यूई-3 (क्वांटिटेटिव ईजिंग का तीसरा दौर) नहीं आनेवाला है। ऐसा ही हुआ और बाजार ने फिर शॉर्ट सौदों में फंसे लोगों को बचने का कोई मौका नहीं दिया। तमाम ट्रेडर इस समय शॉर्ट हुए पड़े हैं और हमारा मानना है कि बाजार 5200 तक यूं ही बढ़ता चला जाएगा क्योंकि शॉर्ट कवरिंग बाजार को इस मुकाम पर पहुंचा देगी।
बाजार के 5240 पर पहुंचने के बाद हम एक बार फिर समीक्षा करेंगे कि आगे क्या करना है। इस वक्त तो मेरा यही कहना है कि इस मौके को हाथ से जाने दें और अपनी क्षमता भर अच्छे स्टॉक्स को चुनकर निवेश कर दें। हमने साबित किया है कि स्टॉप लॉस की रणनीति कितनी कामयाब होती है। हम निफ्टी में छोटा-छोटा स्टॉप लॉस लगाकर चले। दो-तीन बार हमें नुकसान हुआ। लेकिन फिर हमें इतना फायदा मिला कि सारे छोटे-मोटे नुकसान साफ हो गए।
बैंकिंग सेक्टर के शेयरों को अब बढ़ना है। नए बैंकिंग लाइसेंस पर रिजर्व बैंक के अंतिम दिशानिर्देश आ गए हैं। ताजा शॉर्ट सेलिंग का झोंका आने से पहले बैंक निफ्टी फिर से 9500 या यहां तक कि 9800 तक जा सकता है। खरीदने के लिए लिहाज से इस समय एसबीआई, एक्सिस बैंक व टाटा मोटर्स लुभावने लग रहे हैं।
वीआईपी इंडस्ट्रीज के बारे में मेरी चेतावनी है कि जिस दिन भी इसके कॉरपोरेट गवर्नेंस की हकीकत सबके सामने आ गई, उसी इसका स्टॉक जमींदोज हो सकता है। वापस साल 2007 में जाइए। कंपनी की सारी घोषणाओं का अध्ययन कीजिए। देखिए कि शेयरधारिता में कैसी-कैसी तब्दीलियां हुई हैं। उनको दर्ज की गई सूचनाओं से मिलाइए। आपको सारा जवाब खुद मिल जाएगा।
कैश सेगमेंट में बालासोर एलॉयज के मुनाफे में जबरदस्त वृद्धि हो सकती है जिसकी खास वजह है कर्नाटक के बेल्लारी जिले में खनन पर लगा प्रतिबंध। इस स्टॉक पर नजर रखिए क्योंकि यह बेहद कम मूल्य पर चल रहा है।
सफलता के सूत्र का इकलौता सबसे अहम तत्व है यह जानना कि लोगों से बरता कैसे जाए।
(चमत्कार चक्री एक अनाम शख्सियत है। वह बाजार की रग-रग से वाकिफ है। लेकिन फालतू के कानूनी लफड़ों में नहीं उलझना चाहता। सलाह देना उसका काम है। लेकिन निवेश का निर्णय पूरी तरह आपका होगा और चक्री या अर्थकाम किसी भी सूरत में इसके लिए जिम्मेदार नहीं होंगे। यह मूलत: सीएनआई रिसर्च का पेड-कॉलम है, जिसे हम यहां मुफ्त में पेश कर रहे हैं)