विदेशी निवेशक फर्म मॉरगन स्टैनले ने जहां एक तरफ देश की सबसे बड़ी कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज (आरआईएल) को डाउनग्रेड कर दिया है, वहीं सड़क व बांध वगैरह बनाने में लगी और उत्तर प्रदेश की मायावती सरकार की करीबी मानी जानेवाली कंपनी जयप्रकाश एसोसिएट्स का स्तर बढ़ा दिया है। यहीं नहीं, मुंबई की रीयल एस्टेट कंपनी ओबेरॉय रीयल्टी के बारे में भी उसकी राय काफी अच्छी है।
मॉरगन स्टैनले ने अपनी ताजा रिपोर्ट में आरआईएल को ओवर-वेट से इक्वल-वेट करार दिया है और उसमें लक्ष्य 1206 रुपए से घटाकर 956 रुपए कर दिया है। वहीं जयप्रकाश एसोसिएट्स और ओबेरॉय रीयल्टी के बारे में उसका कहना है कि इनमें कुछ उत्प्रेरक ऐसे हैं जिनके चलते अगले छह महीनों में ये दोनों स्टॉक काफी ऊपर जा सकते हैं।
बता दें कि इस पहले मॉरगन स्टैनले ने टाटा मोटर्स को भी डाउनग्रेड किया था। आरआईएल और टाटा मोटर्स के शेयर इस साल 19 फीसदी तक गिर चुके हैं। जयप्रकाश एसोसिएट्स का शेयर इस साल अभी तक 24 फीसदी और ओबेरॉय रीयल्टी का शेयर 5 फीसदी गिरा है। इस साल अभी तक बीएसई सेंसेक्स में 7.5 फीसदी की गिरावट आई है।
मॉरगन स्टैनले ने 31 मई 2011 को अपनी रिपोर्ट में कहा था कि सेंसेक्स इस साल 22,100 तक जा सकता है। उसके बाद से सेंसेक्स करीब 2.5 फीसदी बढ़ चुका है। लेकिन जानकारों का कहना है कि जिस तरह टाटा मोटर्स के बारे में उसका अनुमान गलत निकला है, उसी तरह रिलायंस के बारे में भी गलत निकलेगा।