सत्यम कंप्यूटर सर्विसेज में करोड़ों रुपए के घोटाले की जांच कर रही सीबीआई ने गवाहों की संख्या घटाकर 220 कर दी है, जबकि चार्जशीट में उसने 690 गवाहों का उल्लेख किया था। असल में सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के बाद जांच प्रक्रिया में तेजी लाने के लिए सीबीआई ने गवाहों की संख्या घटाई है।
सीबीआई के डीआईजी लक्ष्मी नारायण ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के मुताबिक, चार्जशीट के दावों को मजबूत करनेवाले तथ्यों से जुड़े दस्तावेजों की संख्या भी करीब 3067 से घटाकर एक हजार कर दी गई है।
नारायण ने समाचार एजेंसी प्रेस ट्रस्ट को बताया, ‘‘हमारी ओर से, हम जांच में तेजी लाने की कोशिश कर रहे हैं। हम सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों का पालन करने का भरसक प्रयास कर रहे हैं। अभी तक यहां की अदालत में 212 गवाहों को पेश किया जा चुका है।’’
उल्लेखनीय है कि सुप्रीम कोर्ट ने पिछले साल 26 अक्तूबर को इस मामले में आंध्र प्रदेश हाईकोर्ट के निर्णय को पलटते हुए कहा था कि मुख्य आरोपी 31 जुलाई, 2011 तक जमानत के लिए अदालत से संपर्क नहीं कर सकता। हाईकोर्ट ने घोटाले के मुख्य आरोपी बी. रामालिंगा राजू को जमानत दे दी थी।
बता दें कि इस घोटाले के बाद सत्यम कंप्यूटर सर्विसेज महिंद्रा एंड महिंद्रा समूह को एक खुली नीलामी में बेची जा चुकी है। इसके बाद इनका नाम बदलकर महिंद्रा सत्यम कर दिया गया है। पिछले साल 23 सितंबर 2010 को 113.80 रुपए तक जा चुका महिंद्रा सत्यम का शेयर फिलहाल 85.80 रुपए पर चल रहा है।