कौशल या स्किल डेवलपमेंट के साथ-साथ इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश के कारण भारतीय अर्थव्यवस्था के 8.7 फीसदी सालाना की दर से बढ़ने की संभावना है और वर्ष 2020 तक यहां 3.75 करोड़ रोजगार के अवसरों का भी सृजन होगा।
कंसल्टेंसी फर्म एक्सेंचर ने दावोस में चल रहे वर्ल्ड इकनॉमिक फोरम के समारोह में जारी अपनी रिपोर्ट में कहा कि भारत, जर्मनी, अमेरिका और ब्रिटेन जैसी चार प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं का योगदान विश्व अर्थव्यवस्था में करीब 40 फीसदी के बराबर है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत की अर्थव्यवस्था मौजूदा समय में आठ फीसदी की विकास दर की उम्मीद के मुकाबले 8.7 फीसदी सालाना की दर से बढ़ेगी और वर्ष 2020 तक मौजूदा उम्मीद के मुकाबले 3.75 करोड़ से ज्यादा रोजगार के अवसर पैदा होने की उम्मीद है।
बता दें कि भारतीय रिजर्व बैंक के अनुमानों के अनुसार भारतीय अर्थव्यवस्था चालू वित्त वर्ष 2010-11 में 8.5 फीसदी की विकास दर हासिल कर सकती है जबकि वर्ष 2009-10 यह 7.4 फीसदी रही थी। वर्ष 2010-11 की पहली छमाही में अर्थव्यवस्था ने 8.9 फीसदी की विकास दर हासिल की है।