माना जाता है कि इक्विटी एफ एंड ओ सेगमेंट में फ्यूचर्स ही सबसे ज्यादा रिस्की है, जबकि ऑप्शंस में ट्रेड करना अपेक्षाकृत सुरक्षित है क्योंकि इसमें नुकसान सीमित है और उतना ही धन डूबता है जितना ऑप्शंस के लिए आपने प्रीमियम दिया होता है। लेकिन सेबी की अध्ययन रिपोर्ट के मुताबिक ऑप्शंस भी ज्यादातर व्यक्तिगत ट्रेडरों के लिए घाटे का सौदा हैं। रिपोर्ट बताती है, “वित्त वर्ष 2021-22 के दौरान इंडेक्स ऑप्शंस में ट्रेड करनेवाले 89% व्यक्तियों का औसत घाटा 77,000 रुपए और स्टॉक ऑप्शंस में ट्रेड करनेवाले 82% व्यक्तियों का औसत घाटा 66,000 रुपए रहा है।” लेकिन निराशा से भरे इस माहौल में आशा की किरण यह है कि उक्त अवधि में एफ एंड ओ सेगमेंट में 11% व्यक्तिगत ट्रेडरों ने मुनाफा कमाया है और उनका औसत मुनाफा 1.5 लाख रुपए रहा है। आखिर इन 11% लोगों के पास कौन-सा हुनर है? अब शुक्रवार का अभ्यास…
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