भाव कोई भगवान नहीं तय करता। शेयर बाज़ार में भाव वही होते हैं जो ट्रेडर देने को तैयार होते हैं। इस समय निफ्टी फ्यूचर्स का भाव स्पॉट से बहुत मामूली प्रीमियम या डिस्काउंट तक पर इसलिए चल रहा है क्योंकि फ्यूचर्स में हर दिन मार्क-टू-मार्केट का सिस्टम है और ट्रेडर मार्क-टू-मार्केट घाटा उठाने की न तो स्थिति में हैं और न ही इसके लिए तैयार हैं। वे बहुत हाथ-पैर मार रहे हैं। लेकिन इस दुर्दशा से निकलने की उन्हें कोई सूरत नहीं दिख रही। मगर, घर-परिवार व जीवन चलाने का सारा दारोमदार ट्रेडिंग पर टिका है तो वे मैदान छोड़कर भाग भी नहीं सकते। ऐसे में बहुत सारे फ्यूचर्स ट्रेडरों ने अब ऑप्शंस पर सारी आशा टिका दी है। और, चूंकि ऑप्शंस बेचना फ्यूचर्स जैसा ही जोखिम भरा काम है तो वे बेचने के बजाय ऑप्शंस खरीदने लगे हैं। अब बुधवार की बुद्धि…
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