बड़े-बड़े विद्वान भले कहते हों कि शेयरों में निवेश हमेशा के लिए होता है, लेकिन इस बाज़ार से वही कमाता है तो बराबर मुनाफा निकालता रहता है। ऐसे में सबसे अहम सवाल है कि किसी शेयर से कब मुनाफा निकाला जाए? सीधा-सा जवाब है जब भी ज़रूरत पड़े। पहली बात तो यह है कि शेयर बाज़ार में वही धन लगाना चाहिए जो हमारी वर्तमान व आकस्मिक ज़रूरतों का इंतज़ाम करने के बाद इफरात बचता हो। दूसरी बात, किसी शेयर का भाव निवेश के बाद अगर 20-25% तक गिर जाए तो उतना घाटा खाकर बाहर निकल जाना चाहिए। हम शेयर बाज़ार में कंपनियों का भला करने के नहीं, बल्कि कंपनियों के धंधे से खुद का भला करने के लिए निवेश करते हैं। कंपनी का धंधा पस्त पड़ जाए तो उससे चिपके रहने का कोई तुक नहीं। जो कंपनी अच्छी चल रही हो, उसी के साथ लम्बे समय तक बने रहा जा सकता है। अगर किसी भ्रम, गलत टिप्स या हिसाब-किताब से कहीं निवेश कर दिया हो तो फौरन अपनी गलती सुधार लेनी चाहिए। अब तथास्तु में आज की कंपनी…
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