लॉयड इलेक्ट्रिक (बीएसई कोड – 517518, एनएसई कोड – LLOYDELENG) का शेयर सतह से उठने लगा है। पिछले एक महीने में यह 15 फीसदी बढ़ चुका है। 8 अक्टूबर को यह 71.50 रुपए पर बंद हुआ था। कल 9 नवंबर को यह (5.72 फीसदी बढ़कर) 82.25 रुपए पर बंद हुआ है। जल्दी ही इसके 120 रुपए से ऊपर पहुंच जाने के आसार हैं। हालांकि दूसरी तिमाही के उसके नतीजे बहुत खास नहीं रहे हैं। सितंबर 2010 में खत्म तिमाही में उसने 182.78 करोड़ रुपए की आय पर 9.17 करोड़ रुपए का शुद्ध लाभ कमाया है, जबकि सितंबर 2009 की तिमाही में उसकी आय 159.45 करोड़ रुपए और शुद्ध लाभ 9.50 करोड़ रुपए था। इस तरह सालाना आधार पर आय 14.63 फीसदी बढ़ जाने के बावजूद उसका शुद्ध लाभ 3.47 फीसदी घट गया है। जून 2010 की तिमाही में उसने 211.73 करोड़ रुपए की आय पर 11.85 करोड़ रुपए का शुद्ध लाभ कमाया था। इस तरह तिमाही आधार पर भी उसका धंधा मंदा प़ड़ा है।
लेकिन चिंता की बात नहीं क्योंकि कंपनी के अभी तक के संचित कर्म काफी तगड़े हैं। इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि उसके शेयर की बुक वैल्यू 134.03 रुपए है यानी शेयर अभी से करीब 63 फीसदी बढ़कर यहां तक पहुंच जाए, तब भी उसे दुरुस्त माना जाएगा। दूसरे, उसका ठीक पिछले बारह महीनों (टीटीएम) का ईपीएस (प्रति शेयर लाभ 11.46 रुपए है। उसका शेयर अभी इससे 7.16 गुना स्तर (पी/ई अनुपात) पर ट्रेड हो रहा है। पी/ई 10 तक भी पहुंचा तो शेयर 115 रुपए पर पहुंच जाएगा। कंपनी ने पिछले पांच सालों में प्रति शेयर एक या दो रुपए का लाभांश दिया है।
इन सैद्धांतिक व मूलभूत पहलुओं के अलावा व्यावहारिक बात यह है कि कल से ही खिलाड़ी इसमें सक्रिय हो गए हैं। कल बीएसई में इसके 3.75 लाख शेयरों के सौदे हुए हैं जिसमें से 49 फीसदी शेयर ही डिलीवरी के लिए थे। इसमें पिछले दो हफ्ते का औसत कारोबार 1.32 लाख शेयरों का रहा है। लेकिन परसों इसमें 34,390 शेयरों के ही सौदे हुए थे। एनएसई में कल उसके 4.50 लाख शेयरों के सौदे हुए, जबकि परसों यह मात्रा 1.03 लाख थी जिसमें से 81 फीसदी शेयर डिलीवरी के लिए थे।
कंपनी ने 1988 से भिवाडी (राजस्थान) में अपनी फैक्टरी लगाई जिसमें 1990 से व्यावसायिक उत्पादन शुरू हुआ। इसके बाद उसने एक फैक्टरी हिमाचल के कला अम्ब में भी डाल दी। वह एयरकंडीशर व रेफ्रिजरेशन में इस्तेमाल होनेवाले हीट एक्सचेंजर कॉयल व दूसरे साजोसामान बनाती है और देश के तकरीबन सभी एसी निर्माता कंपनियों की ओईएम (ओरिजनल इक्विपमेंट मैन्यूफैक्चरर) सप्लायर है। कंपनी बसों और रेलवे कोच के एयर कंडीशनिंग सिस्टम भी बनाती है।
कंपनी की चुकता पूंजी 31 करोड़ रुपए है जो 10 रुपए अंकित मूल्य के शेयरों में विभाजित है। इसका 34.86 फीसदी हिस्सा प्रवर्तकों के पास और 65.14 फीसदी हिस्सा पब्लिक के पास है। पब्लिक के हिस्से में से 12.85 फीसदी शेयर एफआईआई के पास और 3.34 फीसदी शेयर डीआईआई के पास हैं। बड़े निवेशकों में मॉरगन स्टैनले के पास कंपनी के 5.63 फीसदी, कोटक इंडिया फोकस फंड के पास 6.22 फीसदी ज़ेनिथ इम्पेक्स प्रा. लिमिटेड के पास 9.57 फीसदी शेयर हैं।
नोट करने की बात यह है कि कंपनी के प्रवर्तक पिछली दो तिमाहियों से अपनी हिस्सेदारी थोड़ा-थोड़ा बढ़ा रहे हैं। मार्च 2010 में उनकी हिस्सेदारी 32.81 फीसदी थी, जून 2010 में 34.62 फीसदी हुई और अब सितंबर 2010 में 34.86 फीसदी हो गई है। कंपनी के मुख्य प्रवर्तक और चेयरमैन व प्रबंध निदेशक बृज राज पुंज हैं। उन्होंने इस साल मई महीने में बाजार से कंपनी के 1.47 लाख शेयर खरीदे हैं। इसके बाद कंपनी में उनकी खुद की हिस्सेदारी 3.27 फीसदी हो गई है।
बाकी दो सूचनाएं यह हैं कि सैंडुर मैगनीज आइरन ओर जबरदस्त तेजी के दौर में है। कल 16.49 फीसदी बढ़कर 765.40 रुपए पर पहुंच गया। एक ही दिन में नीचे में 653 से ऊपर में 779 रुपए तक की पेंग भरी। इसका 52 हफ्ते का उच्चतम स्तर 782.80 रुपए का है जो उसने इसी साल 20 जनवरी को हासिल किया था। अगली सूचना यह है कि वन मैन आर्मी (केतन पारेख) ने 3आई इनफोटेक में एंट्री ले ली है। इन दोनों शेयरों पर नजर रखने की जरूरत है।