हाल-फिलहाल मुझे नहीं लगता कि बाजार बहुत तेजी से दौड़ लगाता हुआ निफ्टी में 5500 का स्तर हासिल कर लेगा। हालांकि 5400 और 5430 का स्तर जल्दी ही पाया जा सकता है। असल में यह सुदृढ़ीकरण या साफ शब्दों में कहें तो बाजार द्वारा खुद को दुरुस्त करने, जमाने का दौर है। बाजार आगे बढ़ने के बजाय जहां-तहां छूट गई खाली जगहों को भरकर अपने को सजो रहा है।
अगले चार हफ्तों में अलग-अलग शेयरों में सक्रियता देखी जा सकती है। इसलिए औसत और गणित के फॉर्मूलों पर आधारित एनालिस्टों के चार्ट शायद काम न आएं। इस दौरान केवल फंडामेंटल चलेंगे। कंपनियों की मूलभूत मजबूती देखी जाएगी क्योंकि वही बाजार में कारगर होगी।
रिलायंस कम्युनिकेशंस (आरकॉम) के करीबी व जानकार सूत्रों का कहना है कि उसने पिछले ही हफ्ते वैलिएंट कम्युनिकेशंस जैसी ही एक कंपनी का अधिग्रहण किया है। इसलिए वैलिएंट हाल-फिलहाल उनकी अधिग्रहण सूची में नहीं हो सकती। लेकिन कंपनी के भेदिया लोगों का कुछ और ही कहना है। मैं फिलहाल वैलिएंट में थोड़ी खरीद करने की सलाह दूंगा। यह भी संभावना है कि कोई दूसरी टेलिकॉम कंपनी इसे ले ले क्योंकि टेलिकॉम कंपनियों को अब अपना कच्चा माल देश के भीतर से ही जुटाना पड़ रहा है।
इस स्टॉक में सप्लाई बढ़ने पर गिरने जैसी कोई सूरत नहीं है क्योंकि इसमें सप्लाई तो बंधी-बंधाई है। 74 फीसदी शेयर प्रवर्तकों और उनके करीबी सहयोगियों के पास है। पब्लिक होल्डिंग भी काफी सीमित हाथों में है। इसमें पहली बाधा 40 रुपए पर है और फिर 55 रुपए पर। उसके बाद तो यह सातवें आसमान तक पहुंच सकता है। अगर किसी को स्मॉल कैप कंपनी के शेयर में निवेश करना है तो उसका सही तरीका यह है कि अभी ज्यादा मात्रा में खरीद लो और भाव बढ़ें तो उसका एक हिस्सा बेचकर मुनाफा कमा लो। इससे आपके बचे हुए शेयरों की लागत अपने आप ही कम हो जाएगी।
आप कितने सुलझे हुए और विवेकवान हैं, इसका सबसे बड़ा पता इस बात से चलता है कि आप लगातार प्रसन्नचित्त रहते हैं या नहीं।
(चमत्कार चक्री एक अनाम शख्सियत है। वह बाजार की रग-रग से वाकिफ है। लेकिन फालतू के कानूनी लफड़ों में नहीं उलझना चाहता। सलाह देना उसका काम है। लेकिन निवेश का निर्णय पूरी तरह आपका होगा और चक्री या अर्थकाम किसी भी सूरत में इसके लिए जिम्मेदार नहीं होगा। यह कॉलम मूलत: सीएनआई रिसर्च से लिया जा रहा है)