आज को मिलाकर रोलओवर के लिए चार दिन बचे हैं। जैसी कि उम्मीद थी, डिवीज लैब (बीएसई – 532488) ने चौथी तिमाही के अच्छे नतीजे पेश किए और उसका शेयर टेक्निकल एनालिस्टों द्वारा बताई गई 735 रुपए की बाधा को पार कर गया है। बल्कि दिन में यह 752.20 रुपए तक गया है जो पिछले एक माह का सर्वोच्च स्तर है। हमने एक बार फिर खुद को बाजार से आगे साबित किया है और अब डिवीज लैब का मसला हम बाजार पर छोड़ देते हैं।
दुनिया के पैमाने पर ऋण संकट एक बार फिर सिर उठाने लगा है। इसकी धमक वैश्विक बाजारों को लगी है तो उसके असर से हमारा बाजार भी आज कमजोरी के साथ खुला। दरअसल, भारतीय बाजार के उस्तादों को ऐसा कोई बहाना चाहिए भी था जिससे बाजार को दबाया जा सके। उन्हें यह मिल गया तो निफ्टी को फिर से 5420 के स्तर तक पीट ले गए। ये वो स्तर है जहां पर निफ्टी में दोबारा खरीद शुरू हुई थी। बाजर नीचे ही नीचे जा रहा है। यह कॉलम लिखे जाने तक निफ्टी 1.64 फीसदी की गिरावट के साथ 5393.60 तक पहुंच चुका था। हालांकि इसके बावजूद मेरा अब भी मानना है कि निफ्टी में रुझान ऊपर बढ़ने का है क्योंकि बाजार में कुछ ज्यादा ही मजबूत आशावाद की अंतर्धारा बह रही है।
हमारा पिछला कॉलम जरूर पढ़े जिसमें राजनीतिक तस्वीर का जिक्र किया है और बताया गया है कि सरकार आर्थिक सुधारों की कैसी पहल करने जा रही है। यूपीए सरकार के दूसरे साल के समारोह में यह बात रविवार को सबके सामने आई तो आज मीडिया की सुर्खियां बनी हुई है। बाजार की दिशा में खास क्या बदलाव आएगा, इसका अंदाजा चालू सेलटमेंट के खत्म होने पर ही लगाया जा सकता है।
दयालुता में कभी बहुत जल्दी जैसी बात नहीं होती क्योंकि आप कभी नहीं जानते कि कब बहुत देर हो जाएगी और आपके दया करने या न करने का कोई मतलब नहीं रह जाएग।
(चमत्कार चक्री एक अनाम शख्सियत है। वह बाजार की रग-रग से वाकिफ है। लेकिन फालतू के कानूनी लफड़ों में नहीं उलझना चाहता। सलाह देना उसका काम है। लेकिन निवेश का निर्णय पूरी तरह आपका होगा और चक्री या अर्थकाम किसी भी सूरत में इसके लिए जिम्मेदार नहीं होंगे। यह मूलत: सीएनआई रिसर्च का paid कॉलम है, जिसे हम यहां मुफ्त में पेश कर रहे हैं)