एडीएफ फूड्स छोटी-सी कंपनी है। 20.38 करोड़ रुपए की पूंजी है जो दस रुपए अंकित मूल्य के शेयरों में बंटी है। बाजार पूंजीकरण कोई खास नहीं, 126 करोड़ रुपए है। इसलिए स्मॉल कैप में गिनी जाती है। लेकिन काम जबरदस्त करती है। भारतीय स्वाद की मास्टर है। अचार, चटनी व मसालों से लेकर फ्रोजन फूड तक बनाकर निर्यात करती है। अशोका, कैमल, एयरोप्लेन, खानखामा, ट्रूली इंडियन और सोल इसके ब्रांड हैं। 95 फीसदी कमाई मध्य-पूर्व, अमेरिका, यूरोपऔरऔर भी

जब आप सिर्फ जिए चले जाते हो तो आप मन व शरीर के गुलाम होते हो। जब आप सोचकर जीते हो तब आप मन व शरीर के सारथी होते हो। जब आप लीक से हटकर जीते हो तो आप दृष्टा बन जाते हो।और भीऔर भी

एक टूटा-सताया हुआ मन, जो सारे कलह-क्लेश से भागना चाहता है, वो अनुशासन व नियमों से बंधकर काठ जैसा जड़ हो जाता है। लेकिन जो मजा जंगली घोड़ों की सवारी में है, वह काठ के घोड़ों में कहां?और भीऔर भी

आत्मा के बिना शरीर शव है और शरीर के बिना आत्मा भूत! लेकिन क्या उत्तरी ध्रुव को दक्षिणी ध्रुव से अलग किया जा सकता है या पेड़ों से जंगल को? इसी तरह शरीर व आत्मा भिन्न हैं, पर अलग नहीं।और भीऔर भी

तन है, मन है और आत्मा भी है। पदार्थ और चेतना के अलग-अलग स्वरूप हैं। आपस में ऐसे जुड़े हैं कि अलग हो ही नहीं सकते। एक के खत्म होने पर दूसरा खल्लास। इसलिए इन तीनों को स्वस्थ रखना जरूरी है।और भीऔर भी

किसी से इतना मत जुड़ो कि लगे कि उसके बिना जी नहीं सकते। लेकिन इतना दूर भी न रहो कि लगे कि निपट अकेले हो गए हो। दुनिया तो किसी न किसी के साथ ही कटती है। लेकिन मुक्ति अकेले में मिलती है।और भीऔर भी

हम क्या हैं? अपने शरीर से किस तरह भिन्न हैं? मुझे तो लगता है कि हम इस शरीर के इन-बिल्ट ड्राइवर हैं। और, अच्छा ड्राइवर वही है जो गाड़ी की मेंटेनेंस के साथ-साथ उसे पूरी तरह कंट्रोल में रखना जानता है।और भीऔर भी

काल से बड़ा कोई नहीं। यमराज भी उनके कहे अनुसार चलते हैं। उगना, खिलना, पकना, मिटना सब काल के खेल हैं। प्राचीन मान्यता है कि स्वर्ग में न बुढ़ापा है और न ही मृत्यु। कठोपनिषद के अनुसार स्वर्ग प्राप्ति का साधन अग्नि-विद्या है। नचिकेता ने यमराज से वही अग्नि रहस्य पूछा था। यमराज ने नचिकेता को अग्नि-विद्या बताई। नचिकेता इस रहस्य को फौरन जान गए। तब से यही अग्नि-विद्या ‘नाचिकेतस अग्नि’ कही जाती है। लेकिन हमारी- आपकीऔरऔर भी