ज़िंदगी तो इतनी जाहिल और जिद्दी है कि बजबजाते नाले में भी पनप जाती है। लेकिन उसके दम पर खिले किसी भी अंबानी, बच्चन या पवार की मूल खुराक गंदगी है। वे ऊपर से कितने भी खूबसूरत दिखें, मगर अंदर भयंकर सडांध भरे रहते हैं।और भीऔर भी

रिलायंस के औद्योगिक साम्राज्य के बंटवारे से मुकेश अंबानी और अनिल अंबानी के व्यावसायिक ही नहीं, पारिवारिक रिश्तों में आई दरार भी अब मिटने लगी है। दोनों भाई सायास इसकी कोशिश में लगे हैं। इस बात का अंदाजा दोनों परिवारों की हाल की दक्षिण अफ्रीका यात्रा के दौरान साथ-साथ बिताए लमहों से लगाया जा सकता है। समाचार एजेंसी ‘भाषा’ की एक रिपोर्ट के मुताबिक बीते हफ्ते मुकेश और अनिल अंबानी ने अपने.अपने परिवारों के साथ दक्षिण अफ्रीकाऔरऔर भी

अनिल अंबानी ने मुकेश अंबानी के खिलाफ न्यूयॉक टाइम्स में 15 जून 2008 को बातचीत पर आधारित जिस लेख के आधार पर 10,000 करोड़ रुपए की मानहानि का दावा किया था, उसे अखबार ने अपनी वेबसाइट पर अभी तक जस का तस रखा है। इस लेख के छठे पेज पर मुकेश के हवाले बताया गया है कि धीरूभाई के जमाने में समूह के लिए दिल्ली में लॉबिंग व जासूसी करनेवालों का पूरा नेटवर्क अनिल अंबानी देखते थे।औरऔर भी

अनिल अंबानी और बड़े भाई मुकेश अंबानी के रिश्तों में आई कड़वाहट तेजी से मिटती नजर आ रही है। इसकी ताजातरीन कड़ी यह है कि अनिल ने मुकेश अंबानी के खिलाफ बॉम्बे हाईकोर्ट में दायर 10,000 करोड़ रुपए की मानहानि का मुकदमा वापस ले लिया है। अनिल धीरूभाई अंबानी समूह के प्रवक्ता के इस बात की पुष्टि की और कहा कि 10,000 करोड़ रुपए के हर्जाने की मांग करनेवाला मुकदमा आज, मंगलवार को वापस ले लिया गया।औरऔर भी