फरवरी में बड़ा कुछ नहीं हुआ तो ऑपरेटरों ने इसका फायदा उठाकर निफ्टी को पिछले सेटलमेंट से खींचकर 5650 तक पहुंचा दिया। अब बहुप्रतीक्षित करेक्शन आना शुरू हुआ है तो यह सारे उम्मीदों को तोड़ता हुआ 5500, 5400, 5300 से 5200 की तरफ लिए जा रहा है। आखिरी दो दिनों में तेजड़ियों ने हाथ खड़े कर दिए। लांग सौदों का मामूली रोलओवर हुआ। जो थोड़े-बहुत रोल्स हुए, वे कैश व डेरिवेटिव सेगमेंट में ऑर्बिट्रेज का नतीजा हैंऔरऔर भी

वही पुरानी कहानी। डाउ जोन्स नीचे, एशियाई बाजार भी नीचे तो पंटरों ने भारत में भी 5590 का स्टॉप लॉस मारकर बिकवाली कर डाली। लेकिन निफ्टी ने उन्हें निचोड़ डाला। हालांकि निफ्टी मामूली गिरावट के साथ 5521.95 और निफ्टी फ्चूचर्स 5529.50 पर बंद हुआ है। लेकिन अब भी उसके बढ़कर 5650 तक जाने के पूरे आसार है। यह बेरोकटोक होगा क्योंकि ऑपरेटर अपनी पोजिशन रोल करने आगे ले जाने को तैयार नहीं हैं और टेक्निकल एनालिसिस परऔरऔर भी

मेरा यकीन अब हकीकत बन चुका है। कल ही मैंने कहा था कि निफ्टी जरूर से जरूर 5500 तक पहुंच जाएगा। और, आज ऐसा हो गया। निफ्टी ने तीन बजे के आसपास 5542.10 की ऊंचाई पकड़ ली और अंत में 2.14 फीसदी की भारी बढ़त के साथ 5531.95 पर बंद हुआ है। निफ्टी फ्यूचर्स तो 5564.45 पर जाने के बाद 5551.40 पर बंद हुआ है। सारे शॉर्ट सौदे कट चुके हैं। बाजार ओवरबॉट अवस्था में पहुंच चुकाऔरऔर भी

आपको कतई यकीन नहीं है कि निफ्टी बढ़कर 5500 तक पहुंच जाएगा। फिर भी मेरी दृढ़ मान्यता है कि ऐसा होकर रहेगा और हम उसे 5480 या 5500 तक पहुंचा हुआ जरूर देखेंगे। मेरी दृढ़ता और पुष्ट हो गई, जब निफ्टी फ्यूचर्स आज ऊपर में 5454 तक जाने के बाद 5452.20 पर बंद हुआ। कैश सेगमेंट में निफ्टी 5428.05 तक जाने के बाद 0.48 फीसदी की बढ़त लेकर 5416.05 पर बंद हुआ है। आप सब लोगों कीऔरऔर भी

महेंद्र सिंह धोनी ने जब अपने इंटरव्यू में कहा कि वे आखिरी ओवर में हमलावर अंदाज अपनाने के लिए (पिछले ओवर में दो बॉल उन्होंने यूं ही जाने दी थी) जरूरी रन रेट के 9 के पार जाने का इंतजार कर रहे थे, तब मुझे ऑस्ट्रेलिया के साथ हुई उस क्रिकेट मैच और अपने शेयर बाजार में तुलना करने का आधार मिल गया। अगर धोनी कहते हैं कि वे 4 गेंदों पर 13 रन (वास्तव में दोऔरऔर भी

डेरिवेटिव सौदों के सेटलमेंट का आखिरी दिन होने के बावजूद बाजार ने खुद को टिकाए रखा। इससे साफ तौर पर आखिरी आंधे घंटे में मंदड़ियों और तेजडियों, दोनों के विकेट उखड़ने के हालात बन गए। अचानक तीन बजे बाजार उठने लगा और निफ्टी दिन के सबसे ऊंचे स्तर के 5174.15 तक जा पहुंचा। फिर 10-11 मिनट में ही गिरकर 5148.70 तक आने के बाद फिर उठने लगा और बाजार के बंद होते-होते कल से 0.60 फीसदी कीऔरऔर भी

ज्यादातर रोल्स कल से होना शुरू हो गए हैं। यूं तो रोलओवर का सच बाजार के और बढ़ने की इजाजत नहीं देता। लेकिन बाजार बढ़ा जा रहा है। तमाम कंपनियों के नतीजे मिले-जुले रहे हैं। बहुत से स्टॉक्स दिसंबर तिमाही के खराब नतीजों के बावजूद नहीं गिर रहे हैं। इसका मतलब यही हुआ कि बाजार खुद को जमा रहा है। यह लंबे समय के लिए बड़ा शुभ लक्षण है। रिजर्व बैंक ने उम्मीद के मुताबिक ब्याज दरोंऔरऔर भी

उम्मीद के मुताबिक 5050 पर पहुंचकर निफ्टी की सांस फूलती नजर आई। जाने को वह सवा तीन बजे के आसपास ऊपर में 5064.15 तक चला गया। पर बंद हुआ 0.60 फीसदी की बढ़त के साथ 5048.60 पर। वैसे, यह अब भी 5140 तक जा सकता है। लेकिन अगर यह सीधे-सीधे वहां तक चला गया तो बाजार में लांग बने रहने का कोई तुक नहीं रहेगा क्योंकि करेक्शन के बिना कोई अच्छी चीज टिकती नहीं है। मेरा तर्कऔरऔर भी

ब्लूमबर्ग ने स्टोरी चलाई है कि अमेरिकी शेयर बाजार से संबद्ध स्टैंडर्ड एंड पुअर्स (एस एंड पी) सूचकांक में तेजी आ रही है। यह विश्लेषण के आधार पर निकला निष्कर्ष है जो मीडिया अब पेश कर रहा है, जबकि हम तो आपको 2008 से ही समय-समय पर एस एंड पी में लक्ष्य देते रहे है। हमने अनुमान जताया था कि 1250 को पार करते ही एस एंड पी भागने लगेगा। अब ऐसा हो रहा है और हरऔरऔर भी

बाजार चंद ऑपरेटरों की मुठ्ठी में कैद है और विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) इन्हीं ऑपरेटरों की मिलीभगत से काम करते हें। इस बात को आधार बनाकर हमने जो कॉल्स पेश की हैं, उन पर एक नजर डालने से ही इसकी सत्यता साबित हो जाती है। एक तरफ एफआईआई ब्रोकरेज हाउस सार्वजनिक तौर पर कहते रहे कि बाजार सेंसेक्स को 13,000 की दिशा में लिए जा रहा है। दूसरी तरफ उनके निशाने पर चढ़े तमाम स्टॉक्स कैश सेटलमेंटऔरऔर भी