दिखने लगे शुभ लक्षण लंबे समय के

ज्यादातर रोल्स कल से होना शुरू हो गए हैं। यूं तो रोलओवर का सच बाजार के और बढ़ने की इजाजत नहीं देता। लेकिन बाजार बढ़ा जा रहा है। तमाम कंपनियों के नतीजे मिले-जुले रहे हैं। बहुत से स्टॉक्स दिसंबर तिमाही के खराब नतीजों के बावजूद नहीं गिर रहे हैं। इसका मतलब यही हुआ कि बाजार खुद को जमा रहा है। यह लंबे समय के लिए बड़ा शुभ लक्षण है।

रिजर्व बैंक ने उम्मीद के मुताबिक ब्याज दरों से कोई छेड़छाड़ नहीं की। हां, उसने सीआरआर को आधा फीसदी घटाकर बाजार की चाहत जरूर पूरी कर दी। बाजार ने इसका स्वागत किया है। रिजर्व बैंक की घोषणा के साथ ही 11 बजे से बाजार बढ़ना शुरू हुआ तो साढ़े बारह बजते-बजते निफ्टी 5141.05 पर पहुंच गया। इसके बाद थोड़ी मुनाफावसूली होनी स्वाभाविक थी तो आखिर में निफ्टी 1.34 फीसदी की बढ़त के साथ 5113.90 पर बंद हुआ।

कल डेरिवेटिव सौदों के मौजूदा सेटलमेंट का आखिरी दिन है। वैसे, इस सेटलमेंट में अब ज्यादा गुंजाइश बची नहीं है। बाजार ने खुद को 5050 के अहम स्तर पर टिकाए रखा है। फिर भी टीटीके प्रेस्टिज, टाटा स्टील और कोल इंडिया कल गिर गए। हालांकि आज इन तीनों में बढ़त देखी गई है।

अगले सेटलमेंट में क्या होगा, इसका फैसला इस सेटलमेंट का हश्र देखने के बाद तय किया जाएगा। निफ्टी पहले 5140 पर खुद को टिकाए रखता है या गिरकर 4910 पर पहुंच जाता है, इससे आगे का क्रम तय होगा। लेकिन किसी भी वजह से 5000 के नीचे की कोई भी कमजोरी निफ्टी को 4910 तक से जा सकती है। और, खुदा न खास्ता अगर 4880 का स्तर टूट गया तो हम और भी नीचे जा सकते हैं और मंदड़िए एक बार फिर हमलावर हो सकते हैं।

इस सेटलमेंट में बहुत सारे स्टॉक्स में 30 फीसदी से ज्यादा के रिटर्न का खेल बखूबी चला है। यह भारत के ऑपरेटरों के ‘पापी पेट’ को भरने का जरिया बना हुआ है। जब तक यह सूरत बनी रहती है, तब तक हम स्टॉक्स-केंद्रित कॉल्स देते रहेंगे। ये ऑपरेटर फरवरी को बाजार को और बढ़ाने या गिराने के चुनते हैं, इसी के अनुरूप हम अपनी अगली चाल तय करेंगे। हालात को मोड़ना इनके हाथ में है।

गिरती मुद्रास्फीति और बढ़ता अमेरिकी बाजार जनवरी की तेजी में मददगार साबित हुआ है, जबकि हर कोई गिरावट की धारणा पाले हुए था। हमने सबसे पहले आपको बताया था कि जनवरी में निफ्टी 5000 को पार करेगा और अमेरिकी बाजार के सूचकांक एस एंड पी में भी बढ़त होगी। यह दोनों ही चीजें अब तक हो चुकी हैं।

वही-वही चीजें, वैसा ही चक्र। लेकिन हर चक्र पहले से थोड़ा बदला हुआ। रूटीन और बदलाव का यही चक्र तो जीवन है, जनाब!

(चमत्कार चक्री एक अनाम शख्सियत है। वह बाजार की रग-रग से वाकिफ है। लेकिन फालतू के कानूनी लफड़ों में नहीं पड़ना चाहता। इसलिए अनाम है। वह अंदर की बातें आपके सामने रखता है। लेकिन उसमें बड़बोलापन हो सकता है। आपके निवेश फैसलों के लिए अर्थकाम किसी भी हाल में जिम्मेदार नहीं होगा। यह मूलत: सीएनआई रिसर्च का कॉलम है, जिसे हम यहां आपकी शिक्षा के लिए पेश कर रहे हैं)

2 Comments

  1. sirji, me aaap ke bato se sehmat hu, mene cnbc awaz me s.p.tulsiyan ji ki bate suni, wo last fridays ko awaz me kaha tha ki nifty 5100 ko tuch kare ga, jab ki aaj RBI ka call bhi nahi ayatha, kal bhi tulsiyan ji kahe the ki nifty 5100 ko touch kare ga, or feb me mkt down rahega. iska matlab ye sare tecnical log yaha operate karte he or mkt ko kese chalana or girana he, or aaj nifty 5100 touc bhi kya or wo kaal bhi rahe ga. ye unka kehne ka matlab he. aap iske bare me kya kehna chate he? hame mail kariyega plz.

  2. बहोत सटीक जानकारी देती है यह साईट ।
    बहोत अच्छा लगा यह साईट पढकर ।

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