तेज़ी पर सवार अपने शेयर बाज़ार के लिए पिछले सात दिन किसी झटके से कम नहीं। सब ठीकठाक, कहीं कोई अनहोनी नहीं। अमेरिका के केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व ने 19-20 सितंबर को हुई अपनी बैठक में ब्याज दरों को 5.25% से 5.50% की रेंज पर जस का तस रखने का फैसला किया। यह अच्छी खबर थी। फिर भी अपना बाजार गिरता गया। उस शुक्रवार को निफ्टी-50 अब तक के ऐतिहासिक शिखर 20,192.35 पर था, जबकि इस शुक्रवार तक 2.57% गिरकर 19,674.25 पर बंद हुआ। इस दौरान एचडीएफसी बैंक, रिलायंस इंडस्ट्रीज़, कोटक महिंदा बैंक, अल्ट्राटेक सीमेंट, जेएसडब्लू स्टील और आईसीआईसीआई बैंक जैसे दिग्गज शेयर तक धराशाई होते चले गए। बाज़ार में यह भी डर है कि कनाडा से चल रहे राजनयिक तनाव के बीच वहां के पेंशन फंड भारतीय शेयरों से अपनी होल्डिंग निकाल सकते हैं। हालांकि हो सकता है कि सारा कुछ बिना किसी खास नुकसान के खत्म हो जाए। लेकिन इससे सीख तो मिलती ही है कि शेयर बाज़ार में अनिश्चितता कभी खत्म नहीं होती। अब तथास्तु में आज कंपनी…
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