कोरोना वायरस का डेल्टा से कहीं ज्यादा खतरनाक वैरिएंट ओमिक्रॉन दुनिया में दस्तक दे चुका है। बताते हैं कि दक्षिण अफ्रीका में किसी एचआईवी संक्रमित मरीज से म्यूटेट होकर निकले इस वैरिएंट पर वैक्सीन भी असर नहीं करती। यूरोप से लेकर ऑस्ट्रेलिया तक इसकी धमक पहुंच चुकी है। भारत सरकार भी चौकन्नी हो गई है। हालांकि कुछ डॉक्टरों का कहना है कि अपने यहां जीनोम सीक्वेंसिंग का व्यापक सुविधा नहीं है तो कोरोना मरीजों के असली वायरस का पता लगाना मुश्किल है। सवाल उठता है कि नए कोरोना वायरस का प्रकोप क्या दुनिया समेत भारतीय शेयर बाज़ार को भी ज़ोर का झटका दे सकता है? रिटेल ट्रेडर घबरा गए हैं, जबकि बड़े ट्रेडर इसे मुनाफावसूली के अवसर के रूप में देख रहे हैं। अब सोमवार का व्योम…
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