आम के सीजन में आंधी आने पर हम बाग में दौड़-दौड़ कर जमीन पर गिरे फलों को बोरे में भर लिया करते थे। लेकिन न तो अब वो जमाना रहा और न ही शेयर बाजार किसी गांव के आम के बाग की तरह है जहां आंधी-तूफान में गिरा हर फल मीठा होता है। यहां तो हर हर स्टॉक को आगे-पीछे, ऊपर-नीचे हर तरफ से जांच कर ही उठाया जाना चाहिए। इधर बहुत सारे शेयर खटाखट 52 हफ्तों की तलहटी पर पहुंचते जा रहे हैं। इनमें कई नामी शेयर हैं। जैसे स्टील अथॉरिटी (सेल) कल गिरकर 167.35 रुपए पर पहुंच गया है जो साल भर का उसका न्यूनतम स्तर है। लेकिन तुलना करने पर देखें तो जहां उसका पी/ई अनुपात 11.62 है, वहीं इस उद्योग की दूसरी बड़ी कंपनी टाटा स्टील का शेयर इससे कम 7.7 के ही पी/ई अनुपात पर ट्रेड हो रहा है। जिसे लेना हो, वह इन दोनों ही शेयरों को ले सकता है। लेकिन इनमें से टाटा स्टील थोड़ा सस्ता है।
हाउसिंग लोन घोटाले के झोंके में रीयल्टी सेक्टर के शेयर भी जमीन पकड़ते जा रहे हैं। हिंदुस्तान कंस्ट्रक्शन कंपनी (एचसीसी) ने कल 48.95 रुपए पर अब तक का न्यूनतम स्तर छू लिया, जबकि बंद हुआ 49.50 रुपए पर। लेकिन इसका पी/ई अनुपात 30.58 है। इस लिहाज से इसे महंगा माना जाएगा। पर कंपनी के रसूख और भावी संभावना को देखते हुए इसे लंबी रेस का घोड़ा माना जा रहा है। समूह की ही कंपनी लवासा कॉरपोरेशन का नाम घोटाले में फंसी मनी मैटर्स के साथ जुड़े होने के कारण शेयर को आंच आई है। हालांकि एचसीसी ने कहा है कि ऋण जुटाने के लिए वह एक सामान्य ब्रोकर के रूप में ही मनी मैटर्स की सेवाएं लेती रही है।
इसी तरह वाधवा समूह की कंपनी एचडीआईएल का स्टॉक (बीएसई कोड – 532873, एनएसई कोड – HDIL) भी कल 180.50 रुपए की तलहटी पकड़ने के बाद 9.69 फीसदी गिरकर 186.45 रुपए पर बंद हुआ है। कंपनी के शेयर की बुक वैल्यू 215.84 रुपए है और वह अभी मात्र 9.74 के पी/ई अनुपात पर ट्रेड हो रहा है। बाजार में अफवाह है कि इसके 50 लाख शेयर बेचे जा रहे हैं। लेकिन हकीकत इससे उलट है और इसमें भारी पैमाने पर शॉर्ट सेलिंग हो रखी है जिसकी कवरिंग होने पर यह तेजी से बढ़ सकता है। वैसे भी, वित्तीय अनुपातों के आधार पर इसमें निवेश लाभ का सौदा लग रहा है।
एक और कंपनी है हिंदुस्तान डोर-ओलिवर (बीएसई – 509627, एनएसई – HINDDORROL)। आईसीआईसीआई सिक्यूरिटीज ने दस दिन पहले अपनी रिसर्च रिपोर्ट में वाजिब तर्कों के आधार पर इसे खरीदने की सिफारिश की थी। तब इसका भाव 127 रुपए के आसपास था। उसके बाद 140.60 रुपए तक जाने के बाद गिरता-पड़ता रहा। कल यह थोड़ी बढ़त लेकर 131.35 रुपए पर बंद हुआ है। कंपनी का टीटीएम ईपीएस (ठीक पिछले बारह महीनों का प्रति शेयर लाभ) 8.92 रुपए है और इसे देखते हुए उसका पी/ई अनुपात 14.73 निकलता है। लेकिन शेयर की बुक वैल्यू मात्र 33.40 रुपए है। इसलिए मुझे तो यह बहुत नहीं जमता। पर, आईसीआईसीआई सिक्यूरिटीज ने तमाम भावी संभावनाएं गिनाई हैं। उसका आकलन है कि यह शेयर आराम से साल भर में 152 रुपए तक जा सकता है।