खरबपति उद्योगपति मुकेश अंबानी की अगुवाई वाला रिलांयस इंडस्ट्रीज समूह अब वित्तीय सेवाओं के क्षेत्र में बड़े पैमाने पर उतरने की योजना बना रहा है। लेकिन वह इसके लिए गैर पारंपरिक तरीके अपना सकता है। वित्तीय सेवाओं में अभी तक मुकेश के छोटे भाई अनिल अंबानी सक्रिय हैं। बंटवारे के समय शुरूआती व्यवस्था यही थी कि कोई भाई दूसरे के कारोबारी हलके में नहीं जाएगा। लेकिन नए करार के बाद यह शर्त खत्म हो गई है।
उल्लेखनीय है कि रिलायंस इंडस्ट्रीज ने वित्तीय सेवाओं में उतरने के लिए पिछले महीने वैश्विक निजी इक्विटी फंड डीई शॉ से संयुक्त उद्यम समझौता किया है। कंपनी फिलहाल उन धंधों पर ध्यान दे रही है जहां वह अपनी विशेषज्ञता का फायदा उठा सके।
जानकार सूत्रों का कहना है कि रिलायंस इंडस्ट्रीज की योजना डीई शॉ के साथ मिलकर ऊर्जा कारोबार, निजी इक्विटी, म्युच्युअल फंड, वित्तीय सेवा वितरण व इंफ्रास्ट्रक्चर फाइनेंसिंग जैसे क्षेत्रों में उतरने की है। डी ई शॉ और रिलायंस इंडस्ट्रीज ने इस बारे में ईमेल से भेजे सवालों का जवाब नहीं दिया।
माना जा रहा है कि डीई शॉ के साथ शेयरधारिता ढांचे और कारोबार के क्षेत्रों के बारे में रिलायंस इंडट्रीज की 21 अप्रैल को होने वाली बोर्ड बैठक में चर्चा हो सकती है। (प्रेट्र)