रिलायंस म्यूचुअल फंड का मुनाफा सबसे ज्यादा

अनिल अंबानी समूह से जुड़ा रिलायंस म्यूचुअल फंड बीते वित्त वर्ष 2010-11 में देश का सबसे ज्यादा मुनाफा कमानेवाला म्यूचुअल फंड बन गया है। अभी तक यह गौरव एचडीएफसी म्यूचुअल फंड को हासिल था। म्यूचुअल फंडों के शीर्ष संगठन एम्फी (एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया) के आंकड़ों के मुताबिक 2010-11 में रिलायंस म्यूचुअल फंड का शुद्ध लाभ 261 करोड़ रुपए रहा है, जबकि एचडीएफसी म्यूचुअल फंड का शुद्ध लाभ इससे कम 242 करोड़ रुपए दर्ज किया गया है।

लेकिन निवेशकों को एक बात याद रखनी चाहिए कि म्यूचुअल फंड के लाभ का कोई वास्ता उनकी स्कीमों के फायदे या घाटे में चलने से नहीं होता। उसका लाभ तो इससे तय होता है कि उसके पास कितना ज्यादा धन या आस्तियां प्रबंधन के लिए आई है क्योंकि इनका (एयूएम का) निश्चित अंश उसकी कमाई बन जाता है।

वैसे, 30 सितंबर 2011 तक के आंकड़ों के अनुसार एचडीएफसी म्यूचुअल फंड का एयूएम अभी देश में सबसे ज्यादा 91,827.11 करोड़ रुपए है, जबकि इसी दौरान रिलायंस म्यूचुअल फंड का एयूएम 90,660.60 करोड़ रुपए रहा है। तीसरे नंबर पर 75,217.11 करोड़ रुपए की आस्तियों के साथ आईसीआईसीआई म्यूचुअल फंड है, जबकि बिड़ला सनलाइफ म्यूचुअल फंड 64,217.03 करोड़ की आस्तियों के साथ चौथे और देश का सबसे पुराना यूटीआई म्यूचुअल फंड 62,579.86 करोड़ रुपए की आस्तियों के साथ पांचवें नंबर पर है।

सालाना आधार पर रिलायंस म्यूचुअल फंड को चलानेवाली एसेट मैनेजमेंट कंपनी (एएमसी) का शुद्ध लाभ 2010-11 में 34 फीसदी बढ़ा है, जबकि एचडीएफसी एएमसी का शुद्ध लाभ 16.34 फीसदी ही बढ़ा है। यूटीआई म्यूचुअल फंड के ताजा आंकड़े उपलब्ध नहीं हैं। इसको छोड़ दें तो फ्रैंकलिन टेम्प्लेटन सितंबर 2010 में खत्म वित्त वर्ष में 97 करोड़ रुपए के शुद्ध लाभ के साथ कमाई के मामले में तीसरे नंबर पर है। वैसे, फ्रैंकलिन टेम्प्लेटन म्यूचुअल फंड का कुल एयूएम यूटीआई से कम 34,410.37 करोड़ रुपए है।

फ्रैंकलिन को छोड़ दें तो ज्यादातर म्यूचुअल फंडों का वित्तीय वर्ष अप्रैल से मार्च तक का है। 2010-11 में बिड़ला सनलाइफ एएमसी का शुद्ध लाभ 85 करोड़, एसबीआई एएमसी का 79 करोड़, आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल का 72 करोड़, डीएसपी एएमसी का 47 करोड़, टाटा एएमसी का 17 करोड़ और कोटक एएमसी का शुद्ध लाभ 11 करोड़ रुपए रहा है।

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