बिजनेस करना खेती करने जैसा आसान नहीं कि खेत तैयार कर बीज डाल आए, खाद-पानी व कीटनाशक का बराबर इंतजाम किया और मौसम ठीक रहा तो तय समय पर फसल काटकर घर ले आए। बिजनेस में भी व्यापार करना अपेक्षाकृत आसान है जिसमें थोक के भाव माल खरीदकर रिटेल के भाव में बेच मुनाफा कमा लिया जाता है। बिजनेस करने की असली चुनौती है मैन्यूफैक्चरिंग में, जिसमें फैक्टरी लगाकर आप उत्पादन करते हो। कच्चा माल हासिल करने से लेकर तैयार माल बेचने तक की मशक्कत। माल बिक भी गया तो कैश वापस नहीं आता, बाज़ार में अटका रहता है। इसलिए बीच की अवधि के लिए बैंकों से लोन। ऊपर से सरकारी नीतियों व अफसरों की मार। तथास्तु में आज ऐसी कंपनी जो सब अच्छा होने के बावजूद उठ नहीं पा रही…
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