रेल मंत्री दिनेश त्रिवेदी का इस्तीफा प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने राष्ट्रपति के पास मंजूरी के लिए भेज दिया है। इसके बाद तय हुआ कि रेल बजट 2012-13 पर जो भी चर्चा होगी, उसका जवाब वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी देंगे। सोमवार से लोकसभा में रेल बजट पर चर्चा शुरू हो चुकी है।
ये पहला मौका है जब अलग तरह के राजनीतिक हालात पैदा हो गए हैं। लिहाजा सरकार के सामने बड़ी चुनौती आ गई कि रेल बजट पर चर्चा का जवाब कौन देगा? सरकार ने फिलहाल प्रणब मुखर्जी को आगे करके यह मसला सुलझाया है।
प्रधानमंत्री ने सोमवार को लोकसभा में कहा, “मुझे बीती रात रेल मंत्री दिनेश त्रिवेदी का इस्तीफा मिला, जिसे मंजूरी के लिए मैं राष्ट्रपति के पास भेज दूंगा।” उन्होंने अपने भाषण में कहा कि अहम मुद्दों पर आम सहमति की सख्त जरूरत है और रेलवे बजट ने इस जरूरत से आगाह किया है।
मनमोहन सिंह ने दिनेश त्रिवेदी के जरिए पेश किए गए रेल बजट की तारीफ की और कहा कि वे अपने पूर्ववर्तियों के नक्शे कदम पर चले। आर्थिक विकास दर के मुद्दे पर अपनी बात रखते हुए प्रधानमंत्री ने तेज़, टिकाऊ और समावेशी विकास की वकालत की। उन्होंने माना कि महंगाई एक अमह मुद्दा रहा है, लेकिन उम्मीद की जा रही है इसमें कमी आएगी।