हम हिंदुस्तानी कुछ ज्यादा ही उत्सवधर्मी हैं। खुशियां मनाने के खूब त्योहार बना रखे हैं। यहां तक खरीदने के भी अलग त्योहार हैं। धनतेरस, गुड़ी पड़वा, अक्षय तृतीया और न जाने क्या-क्या। दिवाली के त्योहार पर तो लक्ष्मी पूजन के बाद स्टॉक व कमोडिटी एक्सचेंज बाकायदा मुहूर्त ट्रेडिंग करते रहे हैं। आज बीएसई व एनएसई में मुहूर्त ट्रेडिंग शाम 5.30 से 6.30 बजे तक होगी। प्री-ओपन सत्र 15 मिनट पहले शुरू हो जाएगा। आज हुए सारे सौदे बाकायदा सेटलमेंट के दौर से गुजरेंगे। वहीं, कमोडिटी एक्सचेंज एमसीएक्स में मुहूर्त ट्रेडिंग शाम 5 बजे से रात 11.30/11.55 बजे तक होगी।
आज दिवाली से नया संवत 2075 भी शुरू हो रहा है तो नए दिन कुछ न कुछ खरीदना शुभ माना जाता है। सभी ब्रोकरेज़ हाउसों ने आज के मौके को भुनाने के लिए जमकर टिप्स जारी किए हैं। कुछ ने दस तो कुछ ने पंद्रह। मनीकंट्रोल जैसी वेबसाइट ने तो 15 ऐसे ‘दिवाली पटाखा’ स्टॉक्स की सूची पेश की है जो उसके दावे के मुताबिक इसी संवत के अंत यानी अगली दिवाली तक 30 से 70 प्रतिशत रिटर्न दे सकते हैं। अगर, वाकई इतना रिटर्न मिलने लगे तो सारी की सारी कंपनियों और बैंकों को धंधा छोड़कर इन्हीं स्टॉक्स में निवेश कर देना चाहिए। गौरतलब है कि इनकी सूची में हिंदुस्तान ऑयल एक्सप्लोरेशन जैसी कंपनी शामिल जो खुद साल में इस समय बमुश्किल 10 प्रतिशत रिटर्न कमा पा रही है।
दिक्कत यह है कि आम लोगों को उल्लू बनाने के इस धंधे पर अपने यहां कोई रोकटोक नहीं है। हज़ारों नहीं, लाखों मासूम लोग इनके झांसे में आकर अपनी जमा-पूंजी गंवा बैठते हैं। हमें शेयर बाज़ार में निवेश करते वक्त बहुत साफ समझ लेना चाहिए कि हम कंपनियों के मालिकाने का हिस्सा खरीद रहे हैं। अगर कंपनी का धंधा अच्छा चलेगा और उसकी भावी संभावनाएं भी दुरुस्त रहेंगी तो बाज़ार में सक्रिय लोग उसके शेयर का ज्यादा भाव लगाएंगे तो उसके साथ हमारा निवेश का मूल्य भी बढ़ सकता है।
हमें किसी ब्रोकरेज़ हाउस, वेबसाइट, पत्रिका, बिजनेस अखबार या चैनल के झांसे में न आकर हमेशा यह तहकीकात करनी चाहिए कि इस वक्त कौन-सी लिस्टेड कंपनियां मजबूत हैं, उनका धंधा दुरुस्त है, उसमें बढ़ने की पूरी संभावना है और साथ ही उसका शेयर अपने दमखम या अंतर्निहित मूल्य से कम भाव पर चल रहा है। ऐसी कंपनियों की पहचान कीजिए। उनके कामकाज और संभावनाओं की परख अपने स्तर पर कीजिए। अगर कंपनी और उसका धंधा जमे तो उसमें कम से कम तीन से पांच साल तक के लिए निवेश कर दीजिए। अगर आपका निवेश सालाना 15 प्रतिशत रिटर्न दे देता है तो समझ लीजिए कि आपका रिस्क उठाना सफल रहा है। 15 प्रतिशत सालाना रिटर्न आपके एक लाख रुपए को पांच साल में दो लाख रुपए से ज्यादा कर देता है।
अर्थकाम साल 2010 से ही इसी कोशिश में लगा है कि देश का हर निवेशक इतना समझदार बन सके कि वित्तीय दुनिया के ठग उसे उल्लू न बना सकें। खासकर हिंदी पट्टी का निवेशक पहले सरस्वती को प्राप्त करें। फिर लक्ष्मी खुद-ब-खुद उसके पास चली आएंगी। आज दीपावली के मौके पर हम 20 कंपनियों के नाम यहां दे रहे हैं जिनका धंधा मजबूत है, जिनमें संभावनाएं अच्छी हैं और संयोग से जिनका शेयर इधर काफी दबा हुआ चल रहा है। इनके नाम लिखने से पहले हम आगाह कर दें कि आप खुद इनके बारे में रिसर्च कर लेने के बाद ही निवेश का फैसला करें। आप सभी का शुभेच्छु होने के नाते ‘अर्थकाम’ इन कंपनियों के नाम बता रहा है। इनके साथ उसका रत्ती भर भी कोई स्वार्थ नहीं जुड़ा है।
ज़रूरी नहीं है कि मुहूर्त ट्रेडिंग के अवसर पर आप उनमें निवेश कर दें। बाद में बाज़ार के हाल और कंपनियों के शेयर के भाव को देखकर कभी भी निवेश कर सकते हैं। इन 20 कंपनियों में लार्जकैप, मिडकैप और स्मॉलकैप कंपनियां शामिल हैं। नियमतः सभी लार्जकैप कंपनियों को मिलाकर निवेशयोग्य धन का 60 प्रतिशत (एक कंपनी में 5-6 प्रतिशत), मिडकैप कंपनियों में 30-40 प्रतिशत (एक कंपनी में 3-4 प्रतिशत) और स्मॉल-कैप कंपनियों में 20-30 प्रतिशत (एक कंपनी में 2-3 प्रतिशत) निवेश करना चाहिए।
हम चाहें तो कंपनियों का ब्योरा भी दे सकते हैं। लेकिन हम केवल उनके नाम ही बता रहे हैं ताकि आप खुद तहकीकात करने को बाध्य और प्रेरित हो सकें। इन कंपनियों के नाम हैं – 1. महानगर गैस, 2. बजाज ऑटो, 3. हीरो मोटोकॉर्प, 4. यस बैंक, 5. करूर वैश्य बैंक, 6. जागरण प्रकाशन, 7. थामस कुक, 8. जीई शिपिंग, 9. कोचीन शिपयार्ड, 10. कैस्ट्रॉल इंडिया, 11. क्रिसिल लिमिटेड, 12. टाइगर लॉजिस्टिक्स, 13. मयूर यूनिकोटर्स, 14. कैन फिन होम्स, 15. टीवीएस श्रीचक्रा, 16. ल्यूपिन, 17. आशियाना हाउसिंग, 18. एडोर फोनटेक, 19. होंडा सिएल पावर और 20. न्यूजेन सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजीज।
अंत में आप सभी को दीपावली और नए संवत 2075 की बहुत-बहुत शुभकामनाएं। नए साल में आपका यश बढ़े, समृद्धि बढ़े और घर-परिवार हमेशा खुशी व संपन्नता से भरा रहे। सबका कल्याण हो, सबका मंगल हो। झूठ की हार हो, सत्य की जीत हो। अकर्मण्यता को दूर भगाएं, कर्मपथ पर मजबूती से चलें।