भारत अपनी नौसेना की ताकत में इजाफा करने के मकसद से अगले बीस सालों में 101 नए युद्धपोतों पर कुल 46.96 अरब डॉलर का निवेश करेगा। एक विशेषज्ञ ने सिंगापुर में यह दावा किया है।
अमेरिका स्थित संस्था ‘एएमआई इंटरनेशनल’ के उपाध्यक्ष और नौसेना विशेषज्ञ बॉब नुगेंट ने कहा, ‘‘इतने बड़े पैमाने पर निवेश को देखते हुए भारत परिष्कृत विध्वंसक, नयी पीढ़ी और नये रेडार से युक्त पोत, परमाणु पनडुब्बियां और तेज गति वाले पोत चाहेगा।’’
नुगेंट सिंगापुर में 18 से 20 मई तक आयोजित होने वाले ‘अंतरराष्ट्रीय समुद्री रक्षा प्रदर्शनी व सम्मेलन’ में शिरकत करने आए हैं। उन्होंने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि थल और जल दोनों जगहों पर भारत का निवेश चीन से दोगुना होगा। फिलहाल चीन 113 युद्धपोतों के लिए 23.99 अरब डॉलर का निवेश कर रहा है।
उन्होंने कहा कि भारत की नौसेना का जोर परमाणु पनडुब्बियों के निर्माण पर होगा, जबकि चीन की कोशिश विमान वाहत पोत बनाने की होगी।