भारतीय अर्थव्यवस्था साल 2030 तक 30 लाख करोड़ डॉलर की हो जाएगी। यह कहना है देश के सबसे ब़ड़े उद्योगपति और रिलायंस समूह के मुखिया मुकेश अंबानी का। भारतीय अर्थव्यवस्था का आकार अभी 1.4 लाख करोड़ डॉलर का है। ध्यान दें, यहां डॉलर में बात हो रही है। इसलिए रुपए की मुद्रास्फीति का असर इसमें शामिल नहीं है।
शुक्रवार को रिलायंस इंडस्ट्रीज की सालाना आमसभा को संबोधित करते मुकेश अंबानी ने कहा, “साल 2020 तक भारतीय अर्थव्यवस्था 9 लाख करोड़ डॉलर से ज्यादा की हो जानी है और साल 2030 तक इसका वास्तविक आकार 30 लाख करोड़ डॉलर से बड़ा हो जाएगा।”
भारत की इस ऊंची आर्थिक विकास दर से अर्थव्यवस्था के कई क्षेत्रो में गुणित विकास की संभावनाएं खुल जाएंगी। मुकेश अंबानी का कहना था कि रिलायंस इंडस्ट्रीज आक्रामक स्तर पर नए क्षेत्रों में उतरने से देश की इस विकास यात्रा में शिरकत करने के लिए पूरी तरह तैयार है। कंपनी जहां इस विकास में योगदान देगी, वहीं इसका फायदा भी उठाएगी।
उन्होंने कहा, ‘‘कंपनी को नए सांचे में ढालना उनके एजेंडे में सबसे ऊपर होगा और सतत वृद्धि के रास्ते पर आगे बढ़ना ही उसका उद्देश्य होगा। नए भागीदारों के साथ कंपनी नए क्षेत्रों में उतरेगी।’’ उन्होंने व्यावसायिक परिवर्तन के दौर में उतरते हुए भी कंपनी के विधान और उसके चरित्र को मजबूती देने का वादा किया।