सितारे जमीं पर, छोड़ें या बटोरें कैसे!

बाजार और गिर गया। सेंसेक्स 204.26 अंक गिरकर 15,175.08 पर तो निफ्टी 68.90 अंक गिरकर 4544.20 पर पहुंच गया। सैंकड़ों शेयर और नीचे उतर गए। एनडीटीवी 24.75 रुपए, पुंज लॉयड 37.05 रुपए, सुज़लॉन एनर्जी 17.50 रुपए, 3आई इनफोटेक 12.10 रुपए, केईसी इंटरनेशनल 31.80 रुपए, ज़ी न्यूज़ 8.65 रुपए, फर्स्टसोर्स सोल्यूशंस 6.35 रुपए, क्विटेंग्रा सोल्यूशंस 1.91 रुपए, सूर्यचक्रा पावर 3.43 रुपए, रिलायंस पावर 70.15 रुपए, राज ऑयल 9.35 रुपए, एनएचपीसी 18.40 रुपए, डीबी कॉर्प 180.35 रुपए, श्रीगणेश ज्वेलरी 85.50 रुपए, पंजाब एंड सिंध बैंक 61.40 रुपए और अलेम्बिक फार्मा 37 रुपए पर पहुंच गया।

कितनों का नाम गिनाऊं! ऐसे 210 स्टॉक्स ने आज अपनी ऐतिहासिक तलहटी बनाई है। भयंकर निराशा का आलम है। अगर दस लाख लोग बाजार पर राय रखते हैं तो उनमें से 9.99 लाख मान रहे हैं कि बाजार धराशाई होकर निफ्टी को 4000 तक ले जाएगा। यही नहीं, कुछ तो सेंसेक्स के 11,000 तक पहुंचने का दावा कर रहे हैं। लेकिन घबराने की जरूरत नहीं है।

ये लोग साल तीन साल पहले 2008 में भी ऐसी ही बात कर रहे थे। इतिहास गवाह है कि बाजार वहां से पलटकर उठा। उनकी सोच की वजह घबराहट है। वे आज को देख रहे हैं, लेकिन कल को नहीं समझ पा रहे। यह परीक्षा की घड़ी है। लेकिन निश्चित रूप से बाजार की तलहटी बनती साफ नजर आ रही है जहां से बाजार इस बार भी पलटकर उठेगा। एफआईआई पलटकर आएंगे। राजनीति का धन भी विदेश से बड़े पैमाने पर देश में आने जा रहा है।

इसलिए भागकर बेचने में कोई फायदा नही। जो घाटा होना था, हो चुका है। जो डूबना था, डूब चुका है। अब और क्या डूबेगा? सब तो लुट गया। अब तो मिलना ही मिलना है। लेकिन क्या जो भी शेयर गिरे हैं, उन्हें बटोर लेना समझदारी का काम होगा? मेरे ख्याल से कतई नहीं।

हमें इसमें से कायदे से चुनना चाहिए। मेरे लिहाज से चुनने का सबसे कारगर तरीका है यह देखना कि कंपनी का इक्विटी पर रिटर्न कितना है। अगर यह 25 फीसदी से ज्यादा है और धंधे के स्वरूप से लगता है कि वह आगे भी इसे बनाए रखेगी तो उसमें लंबे समय के लिए निवेश कर देना चाहिए। यह रिटर्न स्टॉक पर उतरकर साल-दर-साल आपकी पूंजी को कहां से कहां पहुंचा सकता है।

चक्रवृद्धि की दर की महिमा शायद आप नहीं समझते। अगर एक रुपया अगले दिन दो रुपए और उसके अगले दिन चार रुपए होता हुआ बढ़ता जाए जाए तो जानते हैं तीस दिन में यह कितना हो जाएगा? आप का अंदाजा बहुत जाएगा तो कुछ लाख रुपए तक। लेकिन एक रुपया हर दिन 100 फीसदी चक्रवृद्धि दर से बढ़ता हुआ 30 दिन में 107 करोड़ रुपए हो जाएगा। यकीन नहीं आता तो घर के बच्चे से चक्रवृद्धि दर का सूत्र पूछकर खुद गणना कर लीजिए। यह है चक्रवृद्धि या कम्पाउंडिंग की ताकत। निवेश करते वक्त दिल डूबने लगे तो इस सूत्र की ताकत पर विचार कर लीजिए, मन में निश्चित रूप से आशा के लड्डू फूटने लगेंगे।

महज आपके इर्दगिर्द बनी दीवारों या महल से यह नहीं तय होता कि आपके भीतर कितनी दौलत छिपी है, आप अंदर से कितने धनवान हैं। महलों के बीच भी कंगाल लोग बसते हैं।

(चमत्कार चक्री एक अनाम शख्सियत है। वह बाजार की रग-रग से वाकिफ है। लेकिन फालतू के कानूनी लफड़ों में नहीं पड़ना चाहता। इसलिए अनाम है। वह अंदर की बातें आपके सामने रखता है। लेकिन उसमें बड़बोलापन हो सकता है। आपके निवेश फैसलों के लिए अर्थकाम किसी भी हाल में जिम्मेदार नहीं होगा। यह मूलत: सीएनआई रिसर्च का कॉलम है, जिसे हम यहां आपकी शिक्षा के लिए पेश कर रहे हैं)

1 Comment

  1. sirji, me aap ke kahe item se shr liya tha, or faida bhi hua. aaj apne yaha like he ki jo shr gira he usko lena chahiye, tab aap ek kaam or kar digiye.yaha kon sa shr lena chahiye or kon sa nahi ena chahiye, taki hame bhi thoda sa faida ho sake. aap agar yaha help humjese small investor ko kare ge to hum bhi aap ko help kar sakta hu, abhi hum khud helpless he, wo aap samajte he, plz plz plz help here with all my type investor. take care bye.GOD SAVE UR LIFE WITH UR FAMILY MEMBER ALWAYS

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