बीमा नियामक संस्था, आईआरडीए (इरडा) ने स्वास्थ्य बीमा पॉलिसी के लिए पोर्टेबिलिटी (पॉलिसी बदले बगैर कंपनी बदलने की सुविधा) लागू करने की समय-सीमा बढ़ाकर एक अक्टूबर कर दी है। पहले इसे अगले महीने एक जुलाई से लागू किया जाना था।
बताया जा रहा है कि बीमा कंपनियों की तैयारी न होने की वजह से तारीख बढ़ाई गई है। अभी स्वास्थ्य बीमा कराने वालों का कोई सामूहिक डाटा भी नहीं है। पिछले कई महीनों से लोगबाग एक जुलाई का इंतजार कर रहे थे। कारण, स्वास्थ्य बीमा पोर्टेबिलिटी लागू हो जाने पर ग्राहक अपनी पॉलिसी बनाये रखते हुए एक कंपनी से दूसरी कंपनी में जा सकते हैं। इससे उन्हें पहले से मौजूद (प्री-एक्जिस्टिंग) बीमारियों के तय साल जोड़ने में भी मदद मिल जाएगी।
फिलहाल इरडा वेब आधारित सुविधा तैयार कर रहा है जिसमें बीमाकर्ताओं द्वारा जारी स्वास्थ्य बीमा पॉलिसी के बारे में पूरी जानकारी होगी। ग्राहक जिस कंपनी से जुडना चाहते हैं, उस कंपनी तक इन आंकड़ों की पहुंच होगी। इरडा की विज्ञप्ति में कहा गया है कि वह वेब आधारित सुविधा तैयार कर रहा है और पोर्टेबिलिटी पहली अक्तूबर 2011 से शुरू करेगा।