शेयर बाज़ार में ट्रेडिंग से कमा पाना यकीनन मुश्किल है। लेकिन ट्रेडिंग के लिए स्टॉक्स चुनना आसान है। आम रिटेल ट्रेडर के माफिक वही स्टॉक्स होते हैं जिनमें लॉन्ग टर्म, मीडियम टर्म व शॉर्ट टर्म रुख बढ़ने का है। कोई स्टॉक 52 हफ्ते के शिखर के करीब हो या वहां पहुंच गया हो, तब भी उसे ट्रेड के लिए चुन सकते हैं। लेकिन लम्बे निवेश में हमें मूल्यवान शेयर को कम से कम भाव पर पकड़ना होता है। इसमें हमें 52 हफ्तों की तलहटी के करीब पहुंचे ऐसे स्टॉक्स को चुनना होता है जिनमें बढ़ने की भरपूर संभावना हो। दिक्कत यह है कि जिस कंपनी में ज़रा-सा भी संभावना है, वह बाज़ार के सतर्क निवेशकों की नज़रों से बच नहीं पाती और वे इनके शेयरों को चढ़ाकर 52 हफ्ते के शिखर तक पहुंचा देते हैं। वहीं, 52 हफ्ते की तलहटी तक पहुंचे ज्यादातर शेयरों से जुड़ी कंपनियों में कुछ न कुछ खामी होती है जिनके चलते उनका धंधा भविष्य में उठ नहीं सकता। ऐसे हालात में अच्छी कंपनी चुनना वाकई टेढ़ी खीर है। फिर भी पेश है तथास्तु में एक अच्छी कंपनी…
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'ट्रेडिंग-बुद्ध' अर्थकाम की प्रीमियम-सेवा का हिस्सा है। इसमें शेयर बाज़ार/निफ्टी की दशा-दिशा के साथ हर कारोबारी दिन ट्रेडिंग के लिए तीन शेयर अभ्यास और एक शेयर पूरी गणना के साथ पेश किया जाता है। यह टिप्स नहीं, बल्कि स्टॉक के चयन में मदद करने की सेवा है। इसमें इंट्रा-डे नहीं, बल्कि स्विंग ट्रेड (3-5 दिन), मोमेंटम ट्रेड (10-15 दिन) या पोजिशन ट्रेड (2-3 माह) के जरिए 5-10 फीसदी कमाने की सलाह होती है। साथ में रविवार को बाज़ार के बंद रहने पर 'तथास्तु' के अंतर्गत हम अलग से किसी एक कंपनी में लंबे समय (एक साल से 5 साल) के निवेश की विस्तृत सलाह देते हैं।
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