फ्रांसीसी कंपनियां साल 2012 तक भारत में 10 अरब यूरो (13.37 अरब डॉलर) का निवेश करने को प्रतिबद्ध हैं। फ्रांस की वित्त मंत्री क्रिस्टीन लगार्ड ने सोमवार को उद्योग संगठन फिक्की द्वारा आयोजित भारत-फ्रांस व्यापार मंच की बैठक में कहा, ‘‘यह सिर्फ आंकड़ा (10 अरब यूरो) नहीं है। यह फ्रांसीसी कंपनियों की 2008 से 2012 के बीच भारत में निवेश को लेकर प्रतिबद्धता है।’’
उन्होंने यह भी कहा कि हर बिजनेस ‘आपसी लाभ’ के सिद्धांत पर काम करती है। भारत को भी फ्रांस के हितों को ध्यान में रखना चाहिए और उस दिशा में कदम उठाना चाहिए। क्रिस्टीन ने बीमा और रिटेल सेक्टर, खासकर मल्टी ब्रांड रिटेल को खोलने पर जोर दिया ताकि फ्रांसीसी कंपनियां इनमें निवेश कर सकें। वे फ्रांस के राष्ट्रपति निकोलस सारकोजी के साथ यहां आयी हैं। चार दिवसीय यात्रा पर यहां आए सारकोजी उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहे हैं जिसमें कई मंत्री और व्यापार प्रतिनिधिमंडल शामिल हैं।
क्रिस्टीन की चिंता पर प्रतिक्रिया जताते हुए योजना आयोग के उपाध्यक्ष मोंटेक सिंह अहलूवालिया ने कहा कि बीमा और मल्टी ब्रांड रिटेल में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) की सीमा बढ़ाए जाने का प्रस्ताव सरकार के एजेंडे में शामिल है।
