एल्डर फार्मास्यूटिकल्स का शेयर (बीएसई – 532322, एनएसई – ELDRPHARM) 9 फरवरी से धीरे-धीरे लगातार बढ़ रहा है। छह कारोबारी सत्रों में यह 358.45 रुपए से बढ़कर कल 367.90 रुपए पर बंद हुआ है। हालांकि बीते एक महीने के दौरान यह ऊपर में 396 रुपए (27 जनवरी 2011) और नीचे में 355 रुपए (10 फरवरी 2011) तक जा चुका है। इसका 52 हफ्ते का उच्चतम स्तर 440 रुपए (21 सितंबर 2010) और न्यूनतम स्तर 309.20 रुपए (25 नवंबर 2010) का है। कंपनी का ठीक पिछले बारह महीनों का ईपीएस (प्रति शेयर लाभ) 33.40 रुपए है और इस तरह मौजूदा भाव पर उसका शेयर 11.02 के पी/ई अनुपात पर ट्रेड हो रहा है। शेयर की बुक वैल्यू 290.90 रुपए है। यानी, शेयर का भाव बुक वैल्यू का मात्र 1.26 गुना है।
मोटी-सी बात है कि दवा के कारोबार में मंदी कभी नहीं आनी है। और, जब मामला एल्डर फार्मा जैसी ठीकठाक कंपनी का हो तो 11.02 का पी/ई अनुपात निवेश का आकर्षक स्तर माना जाएगा। एल्डर फार्मा 1989 से दवाएं बना रही है। शेलकल इसकी सबसे मशहूर दवा है। कंपनी के चार संयंत्र महाराष्ट्र (पातालगंगा व नेरुल), हिमाचल प्रदेश (पोंटा साहिब) और उत्तराखंड (सेलाकी) में हैं। यह पूरी तरह भारतीय कंपनी है। इसकी कुल इक्विटी या चुकता पूंजी 20.54 करोड़ रुपए है जो दस रुपए अंकित मूल्य के शेयरों में बंटी है। इसका 37.57 फीसदी प्रवर्तकों के पास है, जबकि एफआईआई के पास इसके 19.31 फीसदी और डीआईआई (घरेलू निवेशक संस्थाओं) के पास 6.99 फीसदी शेयर हैं। इंडिया इनफोलाइन इनवेस्टमेंट सर्विसेज ने इसके 3.29 फीसदी शेयर खरीद रखे हैं।
कंपनी ने दिसंबर 2010 की तिमाही में 251.74 करोड़ रुपए की आय पर 15.73 करोड़ रुपए का शुद्ध लाभ कमाया है। हालांकि इन नतीजों की तुलना पिछले साल की दिसंबर तिमाही से नहीं की जा सकती क्योंकि इस बार उसने बुलगारिया की इकाई एल्डर बायोमेडा में अपनी इक्विटी 61 फीसदी से बढ़ाकर 92.2 फीसदी कर दी है और ब्रिटेन की कंपनी न्यूट्राहेल्थ का अधिग्रहण कर लिया। इन दो कंपनियों से उसे 41.9 करोड़ रुपए की अतिरिक्त कमाई मिली है। इसको मिला दें तो दिसंबर 2010 की तिमाही में कंपनी का कारोबार 39.8 फीसदी और हटा दें तो 16.5 फीसदी बढ़ा है।
आईसीआईसीआई सिक्यूरिटीज का आकलन है कि अगले वित्त वर्ष 2011-12 में एल्डर फार्मा की बिक्री 32 फीसदी और शुद्ध लाभ 37 फीसदी बढ़ेगा। उसका कहना है कि कंपनी ने जिस तरह महिलाओं के हेल्थकेयर, न्यूट्रिशन के उत्पादों और दर्द निवारक दवाओं पर फोकस रखा है, उससे उसका धंधा बढ़ता रहेगा। उसके मुताबिक अगले वित्त वर्ष में कंपनी का ईपीएस 45 रुपए रहेगा। अगर 9 का भी पी/ई अनुपात लिया जाए तो साल भर बाद इस शेयर का भाव 405 रुपए होना चाहिए। वहीं अगर शेयर के वर्तमान पी/ई अनुपात 11 को आधार बनाएं तो इसका भाव 495 रुपए निकलता है। सोचें, समझें और खुद निवेश का फैसला करें, कायदे से ठोंक बजाकर जिसे अंग्रेजी में कहते हैं due diligence।
