लोकतंत्र का लोक अत्यंत प्राचीन है, जनपदों के युग का है, परलोक का विरोधी और गांवों में रहनेवालों का सूचक। हालांकि अपने यहां लोक का सरकारीकरण हो चुका है – लोक सेवा आयोग और लोक निर्माण विभाग। प्रजातंत्र सामंती युग से जुड़ा है, वह राजतंत्र का विरोधी है और राजा को छोड़कर बाकी पूरे समाज का द्योतक। जनतंत्र का जन भी बहुत पुराना है, लेकिन आधुनिक युग में वह शासित, शोषित व दमित जनता का सूचक है। जो शासन व्यवस्था जनता की हो, जनता के लिए हो और जनता द्वारा संचालित हो, वही जनतंत्र है। इसके तीन जाने-माने लक्षण हैं – स्वतंत्रता, समानता और भाईचारा।
2012-11-06