इस समय देश में बेईमानों को बोलबाला है। जो सत्ता का जितना बड़ा दलाल है, जितना ज्यादा दंद-फंद, छक्का-पंजा करता है वो उतना ही बड़ा रईस व कामयाब है। वित्तीय क्षेत्र में तो लगता है कि सेवाएं देने के बजाय सभी सेवाएं लेनेवालों के शिकार पर निकले हैं। इस बात को समझना इसलिए भी ज़रूरी है क्योंकि आज 12 अक्टूबर को विश्व निवेशक सप्ताह का आखिरी दिन है जिसके अंतिम संदेश में कहा गया है कि रिस्कऔरऔर भी