रात रोई तो रो लें थोड़ा

ज़िंदगी को संवारने में बड़ी जद्दोजहद करनी पड़ती है। इस बीच थकने-हारने पर रोना आए तो रो लेना चाहिए जी भर। आखिर रोने में क्या बुराई! रोने से मन हल्का होता है और हल्का मन उड़ने लगता है, हल्के-हल्के।

2 Comments

  1. रोने का मन करे तो रो लेना चाहिये।

  2. पहली बार आया अर्थकाम पर और बहुत आनंद आया. हिन्दी में ऐसे सुव्यवस्थित प्रयासों की सख़्त दरकार है.साधुवाद.

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