बच्चे का गिफ्ट बीमा भी तो हो सकता है!

हमारे देश के अधिकांश लोगों की तरह ही हैं दयाकृष्ण जोशी। किस्मत में भरोसा करते हैं। कहते हैं – अरे यार, भविष्य की क्या चिंता करना? जो होगा देखा जाएगा। एक आईटी कंपनी में कार्यरत जोशी का सोचना सही भी है। भारी वेतन। सुखी परिवार। स्नेहिल बीवी, दो प्यारे-प्यारे बच्चे – 8 साल की लडक़ी व 6 साल का लडक़ा।

बच्चों के भविष्य हेतु: लेकिन पिछले साल एक हादसे में अपने 30 साल के एक रिश्तेदार की मौत के बाद जोशी को अपने बच्चों के भविष्य की चिंता सताने लगी। वे तुरंत अपने बीमा सलाहकार से मिले और उन्होंने अपने बच्चों के लिए चार पॉलिसियों में निवेश किया। इस तरह उन्होंने हर साल कुल 1.20 लाख रुपए की बीमा किश्त से यह निश्चित किया कि उनके साथ किसी अनहोनी की दशा में बच्चों को 15 लाख रुपए मिल जाएं।

आर्थिक चिंता गायब: अब दयाकृष्ण जोशी बच्चों की आर्थिक चिंता से मुक्त हैं। बेटी 18 साल की होगी तो पढ़ाई के लिए 9 लाख रुपए मिलेंगे, वह 24 साल की होगी तो उसकी शादी हेतु 5 लाख रुपए प्राप्त होंगे। इसी तरह बेटे को 18 साल की उम्र में पढ़ाई के लिए 8 लाख रुपए की रकम व शादी के लिए 24 साल की उम्र में 6 लाख रुपए प्राप्त होंगे।

पॉलिसी की मेच्योरिटी पर भी: 20 साल बाद बीमा योजना की परिपक्वता पर यदि जोशी जीवित रहेंगे तो उन्हें 15 लाख रुपए की रकम भी मिल जाएगी। जोशी कहते हैं कि बच्चों की इन बीमा योजनाओं ने मुझे आगे के समय की आर्थिक चिंता से बिल्कुल मुक्त कर दिया है।

चाइल्ड इंश्योरेंस प्लान क्यों: आज के बदलते माहौल में जोशी सरीखे लोगों की संख्या बढ़ रही है। जानकारों का मानना है कि चाइल्ड इंश्योरेंस प्लान जरूरी है। पर आप कुछ पहलू ध्यान में रखें – आपका ध्येय बच्चों को इंश्योरेंस देने के साथ उनके लिए पूंजी जुटाना भी हो, वह पूंजी बच्चों का भविष्य बनाने में – यानी उच्च शिक्षा आदि में काम आ सके। इसके अलावा अभिभावक की असामयिक मृत्यु की दशा में बच्चों का वित्तीय भविष्य मजबूत हो।

उपहार में इंश्योरेंस: आप चाइल्ड इंश्योरेंस उपहार के रूप में देना चाहते हैं तो भी आपका स्वागत है। कुछ कंपनियां अभिभावक के अलावा किसी अन्य नजदीकी रिश्तेदार को यह इजाजत देती हैं कि वे बच्चों के भविष्य हेतु निवेश करें। लिहाजा दादा-दाददी, नाना-माना, बडे भाई, बहन-माता या दूसरे रिश्तेदार सिंगल प्रीमियम चाइल्ड इंश्योरेंस प्लान उपहार में दे सकते हैं।

इसे लाभकारी बनाएं: आप यह बात ध्यान में रखें कि चाइल्ड इंश्योरेंस प्लान काफी मंहगे होते हैं और इनका रिटर्न अपेक्षाकृत कम रहता है। पर बच्चों के सुखी भविष्य के लिए क्या मंहगा क्या सस्ता। लेकिन इस समस्या से निजात पाने के लिए जानकारों का कहना है कि यदि आपको इसे लाभप्रद बनाना है तो आप परिवार के अन्य सदस्यों के लिए भी अलग से टर्म इंश्योरेंस पॉलिसी ले डालें।

लुभावने विज्ञापन: इन दिनों बीमा कंपनियो का ध्यान चाइल्ड इंश्योरेंस प्लान पर ज्यादा है। बीमा योजनाओं के विज्ञापनों में बच्चों का जमकर उपयोग हो रहा है। साथ ही पिछले कुछ सालों से चाइल्ड इंश्योरेंस प्लान की लोकप्रियता भी बढ़ी है। बता दें कि कुछ बीमा कंपनियों की कुल बिक्री में चाइल्ड इंश्योरेंस प्लान का हिस्सा 35 फीसदी तक है।

इरडा के नए नियमों से बेहतर: इस समय बाजार में दो तरह के चाइल्ड इंश्योरेंस प्लान उपलब्ध हैं और दोनों बीमा नियामक व विकास प्राधिकरण (इरडा) के नए दिशा-निर्देशों से बेहतर हुए हैं। यूलिप चाइल्ड इंश्योरेंस प्लान और परंपरागत बाल बीमा पॉलिसियां। परंपरागत बाल बीमा पॉलिसियां जहां निश्चित प्रतिफल देती हैं, इनमें सम एश्योर्ड मेच्योरिटी पर या फिर कुछ तय अंतराल पर मिलती है, वहीं यूलिप चाइल्ड इंश्योरेंस प्लान निवेश व लाइफ कवर दोनों मुहैया कराते हैं।

जोखिम की संभावना कम: चाइल्ड इंश्योरेंस यूलिप प्लान दो तरह से काम करते हैं। पहले तरीके में बच्चे को बीमा कवर उसकी उम्र 7 साल होने पर दिया जाता है। जानकारों का कहना है कि इस माध्यम से किसी बच्चे का बीमा उसके जन्म के 90 दिनों के अंदर किया जा सकता है। यदि ऐसा किया जाए तो निवेश की अवधि लंबी होने के साथ जोखिम की संभावना भी कम हो जाएगी।

प्रस्तावक को भी बीमा सुरक्षा: यूलिप चाइल्ड इंश्योरेंस प्लान के दूसरे संस्करण में पॉलिसी प्रस्तावक को भी बीमा सुरक्षा का फायदा मिलता है। पर एक तथ्य आपको याद रखना है कि ज्यादातर योजनाएं ग्रैंडफादर को कवरेज नहीं देती फिर भी अभिभावक को बीमा सुरक्षा मिलती है। आप अपने बच्चों का भविष्य बीमा से सुखद बनाइए, उनके लिए अलग से बचाइए।

एक बात ध्यान रहे कि आप बच्चे की बीमा पॉलिसी लेकर आप उसके जीवन की अनश्चितता को नहीं, अपने जीवन की अनिश्चितता का जोखिम नांथते हैं क्योंकि उसका वजूद तो आप पर ही पूरी तरह निर्भर है। आपके अपने बीमा का लाभ भी आपके न रहने पर बीवी व बच्चों को भी मिलेगा। लेकिन बच्चे का अलग से बीमा कराना उसके बड़े होने तक आपकी तरफ से उसकी हिफाजत करता है। इसलिए एक-एक पहलू जानकर अपने बच्चे का बीमा जरूर करा लें। तो, उसके अगले जन्म दिन पर उसे क्या गिफ्ट कर रहे हैं जनाब!

– राजेश विक्रांत (लेखक एक बीमा प्रोफेशनल हैं)

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