वही पुरानी कहानी। डाउ जोन्स नीचे, एशियाई बाजार भी नीचे तो पंटरों ने भारत में भी 5590 का स्टॉप लॉस मारकर बिकवाली कर डाली। लेकिन निफ्टी ने उन्हें निचोड़ डाला। हालांकि निफ्टी मामूली गिरावट के साथ 5521.95 और निफ्टी फ्चूचर्स 5529.50 पर बंद हुआ है। लेकिन अब भी उसके बढ़कर 5650 तक जाने के पूरे आसार है। यह बेरोकटोक होगा क्योंकि ऑपरेटर अपनी पोजिशन रोल करने आगे ले जाने को तैयार नहीं हैं और टेक्निकल एनालिसिस पर टिके चार्ट वालों की सारी गणनाएं फेल हो रही हैं।
इस सेटलमेंट का सबसे बड़ा मोहरा आईएफसीआई रहा है। यह 20 रुपए से बढ़ता-बढ़ता 47 रुपए तक पहुंच चुका है और अब भी बढ़कर 60 रुपए तक जाने की तैयारी में है। मैं कई बार लिख चुका हूं कि जिस स्टॉक की बुक वैल्यू ही 50 रुपए हो, वह 20 रुपए तक कैसे जा सकता है। लेकिन यह भारत है, मेरा भारत महान, जहां स्टॉक्स कभी-कभी सब्जियों से भी सस्ते हो जाते हैं। इसकी वजह है डेरिवेटिव सौदों में कैश सेटलमेंट की व्यवस्था और फ्यूचर्स में खेलने की खुली छूट। वैसे, हम सचमुच एफआईआई और विदेशियों के बड़े कर्जदार हैं। उन्हीं की कृपा से होता यह है कि हम अमीर होते हुए भी गरीब बनकर रह जाते हैं।
कोई हस्तक्षेप नहीं, कोई जांच नहीं। सब कुछ एकदम जायज। आईएफसीआई के फ्यूचर्स को जल्दी ही प्राइस बैंड में डाल दिया जाएगा। फिर यह स्टॉक और बढ़ जाएगा। हालांकि इस दरम्यान कसके झटका भी लग सकता है। जो भी हो, यह शेयर एक विशेष खबर आने तक सीधे 60 से 75 रुपए की तरफ बढ़ रहा है। वो खबर हम यहां आपसे बांट नहीं सकते। इसलिए हमने इसमें 53 रुपए की लांग कॉल होल्ड करके रखी हुई है जो मौजूदा बाजार भाव से बस 6 रुपए दूर है। हम इस पर 14 जुलाई 2011 से ही नज़रे गढ़ाए हुए हैं और इसमें कम से कम पांच से सात बार 25 रुपए पर खरीद की सलाह दे चुके हैं। यह भले ही बीच में 20 रुपए तक गिर चुका हो। लेकिन इससे मिला औसत रिटर्न 40 फीसदी से ज्यादा है। इसे कहते हैं यकीन और भरोसा।
रिलायंस इंफ्राटेल का मूल्यांकन 3.4 अरब डॉलर का निकल रहा है जो एफसीसीबी में रिलायंस कम्युनिकेशंस (आर-कॉम) की 1.5 अरब डॉलर की देनदारी को चुकाने के लिए जरूरत से कहीं ज्यादा है। आर-कॉम की रेटिंग नए सिरे से करने की जमीन तैयार हो चुकी है। गो एयरलाइंस का मूल्य अब 7 अरब डॉलर आंका गया है। दरअसल, कंपनी ने तो एक अरब डॉलर की खरीद का ऑर्डर भी दे दिया है। इसने पूरे सिविल एविएशन सेक्टर की फिर से रेटिंग की राह खोल दी है। यह बॉम्बे बर्मा ट्रेडिंग कॉरपोरेशन (बीबीटीसी) और बॉम्बे डाईंग के लिए बहुत अच्छा है क्योंकि गो एयरलाइंस में समूह की सब्सिडियरी कंपनियों के जरिए इनकी बड़ी हिस्सेदारी है।
एबीजी शिपयार्ड और शिपिंग कॉरपोरेशन (एससीआई) को हमने बहुत जल्दी क्रमशः 400 रुपए और 52 रुपए पर पकड़ा था और आज शिपिंग को सब्सिडी दिए जाने की सरकारी घोषणा के बाद वे काफी चमक में आ गए हैं। एबीजी शिपयार्ड आज 3.85 फीसदी बढ़कर 442.60 रुपए और एससीआई 11.29 फीसदी बढ़कर 77.85 रुपए पर पहुंच गया। शिपिंग को सब्सिडी दिए जाने की खबर हम पहले से जानते थे। लेकिन इसे सामने नहीं लाए क्योंकि बहुत-से पाठक खबर का मूल्य नहीं समझते।
ऐसी बहुत सारी खबरों का खुलासा हम यहां नहीं करते, बल्कि सीधे उन्हें एफआईआई डेस्क पर भेज देते हैं। निफ्टी में इस सेटलमेंट के दौरान अभी और बढ़त की गुंजाइश है। फिर भी हमने बेचने की कुछ अच्छी कॉल्स दे रखी हैं। इसलिए मौज करें क्योंकि हम आपके हितों की रक्षा की हरचंद कोशिश में लगे हैं।
कर्ज गरीबी से भी बड़ा अभिशाप है।
(चमत्कार चक्री एक अनाम शख्सियत है। वह बाजार की रग-रग से वाकिफ है। लेकिन फालतू के कानूनी लफड़ों में नहीं पड़ना चाहता। इसलिए अनाम है। वह अंदर की बातें आपके सामने रखता है। लेकिन उसमें बड़बोलापन हो सकता है। आपके निवेश फैसलों के लिए अर्थकाम किसी भी हाल में जिम्मेदार नहीं होगा। यह मूलत: सीएनआई रिसर्च का कॉलम है, जिसे हम यहां आपकी शिक्षा के लिए पेश कर रहे हैं)